अतिथियों ने कहा, मुकाम पर पहुंचें विद्यार्थी
देवघर : रविवार को प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह-2014 का आयोजन पंचायत प्रशिक्षण संस्थान डाबर ग्राम के ऑडिटोरियम में हुआ. बतौर मुख्य अतिथि देवघर के उपायुक्त अमित कुमार एवं विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक राकेश बंसल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि छात्र मिट्टी के समान होते हैं. शिक्षक के अथक प्रयास से वे मूर्ति का रूप धारण करते हैं. छात्रों की यह सफलता नयी शुरुआत है. परिश्रम को आगे बढ़ाने की जरूरत है.
मेहनत करने वाले छात्रों, कुशल शिक्षकों एवं संस्था के प्रयास से वातावरण का निर्माण होता है. प्रभात खबर का यह प्रयास काफी सराहनीय है. इससे छात्रों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. समारोह में सीबीएसइ 10वीं, 12वीं, आइसीएसइ 10वीं, 12वीं, झारखंड अधिविद्य परिषद की मैट्रिक, इंटरमीडिएट, यूपीएससी, इंजीनियरिंग, मेडिकल की परीक्षा में सफलता अजिर्त करनेवाले विद्यार्थियों व शिक्षकों व खिलाड़ियों सहित कुल 400 प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
हजारीबाग : रविवार को टाउन हॉल में प्रभात खबर प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ. इसमें 1050 विद्यार्थियों को मेडल व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया. मुख्य प्रायोजक एसबीआइ, स्थानीय प्रायोजक मुनअम पब्लिक स्कूल महाराजगंज चौपारण, चाणक्या आइएएस एकेडमी और गाइड लाइन संस्थान थे. प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल अतिथियों ने प्रतिभावान विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया. प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश नागेश्वर प्रसाद ने कहा कि जीवन में सफलता के साथ नैतिकता को भी महत्व दें.
विद्यार्थियों को जो सफलता मिली है, वह आगे भी बरकरार रहे. इसके लिए अतिथियों ने मार्गदर्शन किया. असफलता और सफलता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि प्रतिभावान विद्यार्थी अपने मां-बाप के सहयोग से मुकाम पाये हैं, लेकिन आपकी सफलता की परख उस समय होगी जब आप कुछ बनेंगे. मां-बाप को उस समय आपकी जरूरत होगी. उस समय जो अपने मां-बाप की जरूरतों को पूरा करेगा, उसी का जीवन सार्थक व सफल माना जायेगा. ऐसा न हो कि आप डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक बन कर विदेशों में नौकरी करने जायें.
उस समय आपके बुजुर्ग माता-पिता की स्थिति और जरूरत को भूल जायें. श्री नागेश्वर प्रसाद ने कहा कि प्रभात खबर अखबार को इस कार्यक्रम के लिए मुबारकबाद देता हूं कि ऐसा आयोजन कर युवा मेधावी विद्यार्थियों को नयी दिशा प्रदान की है. विद्यार्थियों के लिए अच्छे गुरु का भी होना जरूरी है. विद्यार्थी यदि चरित्रवान नहीं हो उनकी सफलता बेकार होगी. उन्होंने संघर्ष, सफलता, कर्तव्य एवं चरित्र निर्माण का पाठ प्रतिभावान विद्यार्थियों को पढ़ाया.