नयी दिल्ली : पूर्व रेलवे के आसनसोल संभाग में मुख्य टिकट निरीक्षक के तौर पर कार्यरत श्याम सुंदर बेसरा को साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया है. यह जानकारी रेलवे ने दी है.
एक बयान में बताया गया है कि यह पुरस्कार उन्हें उनके उपन्यास ‘मारोम’ के लिए दिया गया है, जो संथाल परगना में प्रकृति, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थितियों पर आधारित है.
हिंदी में चित्रा मुद्गल और संताली में श्याम बेसरा सहित 24 को साहित्य अकादमी पुरस्कार
उपन्यास स्वतंत्रता के बाद संथाल इलाके में दो मुख्य औद्योगिक विकास – दुमका में मसानजोर बांध का निर्माण और चितरंजन में एक रेलवे लोकोमोटिव वर्कशॉप की स्थापना के बाद उपजी परिस्थिति पर आधारित है.
यह उपन्यास संथाली भाषा में है. उनकी दो अन्य पुस्तक ‘दुलार खातिर’ और ‘दामिन रिया (उदास) कहानी को’ सिद्धो कान्हू विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का हिस्सा है. बेसरा, जी बी रारेक के नाम से संथाली में और हिन्दी में संथाल परगनावी के नाम से लिखते हैं.
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