सीवान : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुष्य तिथि के अवसर पर बुधवार को जिले के सभी विभागों के प्रमुखों को कुष्ठ बीमारी के प्रति भेदभाव मिटाने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी शपथ को लेने का निर्देश जिलाधिकारी रंजीता ने दिया है. इसके लिए सुबह नौ से 12 बजे के बीच कभी भी विभागों के प्रमुख द्वारा अपने कार्यालय के कर्मचारियों के साथ शपथ को पढ़ना है.
सीडीओ डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिला समाहरणालय में यह कार्यक्रम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद होगा. सदर अस्पताल में इसका आयोजन 11.30 में रखा गया है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि कुष्ठ रोग का काम केवल चिकित्सा राहत नहीं है.यह समर्पण की खुशी के लिए जीवन को बदलने के साथ नि:स्वार्थ सेवा करने के लिए व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा है.
कुष्ठ विभाग के कार्यक्रमों में बापू के यह विचार तो ऊपर ही लिखा होता था. लेकिन कुष्ठ विभाग या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बापू के इस विचार को जमीन पर उतारने का प्रयास नहीं किया. कुष्ठ मरीजों की बढ़ती संख्या व लोगों का कुष्ठ रोगियों के प्रति व्यवहार को देखते हुए विभाग ने 30 जनवरी को स्पर्श कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगियों के संबंध में जागरूकता करने की योजना बनायी है.
इस कार्यक्रम के तहत गांवों से लेकर जिला मुख्यालय तक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों व स्वयं यह शपथ लेंगे की कुष्ठ छुआछुत की बीमारी नहीं है तथा कुष्ठ रोगियों को हीन भावना से नहीं देखेंगे .गांव स्तर पर आशा कार्यकर्ता, प्रखंड स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व जिला स्तर पर सिविल सर्जन के नेतृत्व में स्पर्श कार्यक्रम का आयोजन होना है.