सीतामढ़ी. नगर स्थित एसआरके गोयनका कॉलेज के खेल मैदान में आयोजित स्वदेशी मेला में शनिवार को साधु-संतों का समागम हुआ. संत भूषण दास, संत राम कुमार दास, संत राज नारायण दास, अहिल्या स्थान के दांडी संत कामेश्वर मिश्रा, स्वदेशी मेला की संयोजक संगीता झा व सचिव डॉ देवेश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. सीतामढ़ी में सनातन संस्कृति एवं धर्म-ध्वजवाहक के रूप में निवासित साधु संतों ने समाज की सज्जन शक्ति को सामाजिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक गतिविधियों में आने तथा अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया. कहा कि जब समाज अपने कार्यों के लिए स्वयं पर निर्भर रहेगा एवं समाज अग्रणी भूमिका निभाएगा, तब शिक्षा, संस्कार, अनुशासन, राजनैतिक व्यक्तित्व सब उनके पीछे खड़े होकर सक्रिय हो जाएंगे. समय आ गया है कि सज्जन शक्ति समाज के लिए आत्मनिर्भर हों एवं समाज का नेतृत्व सामाजिक सांस्कृतिक व्यक्तित्व के हाथ में हों. स्वदेशी जागरण के मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम अंतर्गत माता जानकी को समर्पित संगीतमय सीता संवाद का आयोजन हुआ. सीता संवाद के निदेशक एवं स्वदेशी जागरण मंच के सांस्कृतिक कार्यक्रम के सचिव आग्नेय कुमार के साथ यहां के सभी स्थानीय कलाकारों के द्वारा सीता जन्मभूमि की कथा सुनायी गयी. मेला संयोजक संगीता झा ने बताया कि 60 से अधिक विक्रय केंद्र में स्वदेशी समान बिक रहे हैं. स्वदेशी मेला एवं संगठन ने कई प्रतिभाओं को खोजने व सम्मान देने का काम किया है. इस दौरान संत भूषण दास, विमल कुमार परिमल, गुरुदेव प्रसाद सिंह आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे. आयोजन समिति के सदस्य शुभम कुमार, अर्चना सिंह, किशन कुमार, नवीन झा, अवधेश झा, शैलेंद्र कुमार व अर्चना कुमारी भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं.
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