रीगा.
स्थानीय मोर्चा कार्यालय में गुरुवार को संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के प्रमुख सदस्यों की बैठक प्रखंड अध्यक्ष पारसनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान मोर्चा नेता डॉ आनंद किशोर ने कहा कि विगत हथिया नक्षत्र में हुई जोरदार बारिश एवं आंधी के कारण धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है. खेतों में पानी लग जाने के कारण तैयार धान की फसलें बर्बाद हो चुकी है. अब भी धान का फसल खेत में ही सड़ रहा है. उसे काटकर खलिहान में लाना काफी मुश्किल सा हो गया है. निर्धारित समयानुसार गेहूं के वाव करने का समय 15 अक्टूबर से प्रारंभ हो जाता है. सरसों, मसूर, धनिया, तोड़ी आदि की खेती के लिए भी उपयुक्त खेत खाली नहीं है. खेत खाली है भी तो इसमें इतना नमी है, जिससे किसानों के समक्ष आगामी रबी की खेती करना मुश्किल हो गया है. किसानों के समक्ष तैयार फसल काटकर और नया फसल लगाना दोनों ही काम काफी कठिन हो गया है. धान बेचकर किसान गेहूं की खेती करता है. लेकिन अब तक धान खेत में ही लगी हुई है. आर्थिक तंगी से किसान गुजर रहा है. ऐसी स्थिति में मोर्चा नेताओं ने राज्य सरकार से कृषि क्षतिपूर्ति अनुदान देने की मांग की है. ताकि किसानों को आगामी खेती करने में मदद मिल सके. मौके पर राम जन्म गिरी, नागेंद्र बैठा, मोहन राम, लक्ष्मी पटेल, कौशल किशोर सिंह, रमेश प्रसाद सिंह व दयाशंकर प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

