सड़क दुर्घटना : हार्डकोर नक्सली सुहाग पासवान की पांच व हेमंत राम की दो मामलों में अलग-अलग कोर्ट में होनी थी पेशी
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एक साथ सात पुलिसकर्मियों की मौत से सदमे में लोग
सड़क दुर्घटना : हार्डकोर नक्सली सुहाग पासवान की पांच व हेमंत राम की दो मामलों में अलग-अलग कोर्ट में होनी थी पेशी सीतामढ़ी : जिले के लिए शनिवार का दिन ब्लैक सैटरडे साबित हुआ. अलग-अलग हादसों में सात पुलिसकर्मी, एक बंदी व एक किशोरी समेत जहां नौ लोगों की मौत हो गयी. वहीं, डेढ़ दर्जन […]
सीतामढ़ी : जिले के लिए शनिवार का दिन ब्लैक सैटरडे साबित हुआ. अलग-अलग हादसों में सात पुलिसकर्मी, एक बंदी व एक किशोरी समेत जहां नौ लोगों की मौत हो गयी. वहीं, डेढ़ दर्जन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. वाहनों की खूनी रफ्तार कहे या महज संयोग, दो बड़े हादसे एनएच 77 पर ही हुए.
एनएच 77 के गयघट के पास सात पुलिसकर्मी व एक बंदी समेत आठ की मौत हो गयी. वहीं एक बंदी व सात पुलिसकर्मी जख्मी हो गये. जबकि एनएच 77 के हीं सोनबरसा थाना क्षेत्र के चिलरा मोड़ के पास हुए हादसे में एक किशोरी की मौत हो गयी. जबकि पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. बाजपट्टी चौक के पास टेंपो बाइक की टक्कर में चालक व सवार समेत चार लोग जख्मी हो गये.
आक्रोश में िदखा पूरा इलाका : सीतामढ़ी .शनिवार को जहां हादसों के चलते इलाके खून से लाल हुए, वहीं आक्रोश के रंग भी दिखे. रून्नीसैदपुर के गयघट में जहां सड़क पुलिसकर्मियों के लहू से लाल हो गया, वहीं सोनबरसा में पुलिस कर्मियों को पब्लिक की पत्थर खानी पड़ी. सोनबरसा के चिलरा में नाराज लोगों ने सड़क जाम कर आगजनी की. वहीं पुलिस पर पथराव कर दिया.
अपने पीछे छोड़ गया श्रेया व श्रृष्टि को : सीतामढ़ी. भले हीं नक्सली गतिविधि को लेकर हेमंत राम पुलिस की ब्लैक लिस्ट में शामिल थे. आमलोगों के बीच भय का कारण भी बना हुआ था, लेकिन अपनी 10 वर्षीय श्रेया व सात वर्षीय श्रृष्टि के लिए वह प्यार का सागर था. यही कारण था कि हेमंत राम का शव घर पर पहुंचते हीं पत्नी रागिनी व दोनों बेटी दहाड़ मार-मार कर रोनी लगी. दोनों बेटी के विलाप को देख कर मजबूत दिल वालों का कलेजा भी कांप रहा था.
लॉ एंड ऑर्डर को लेकर हुए थे स्थानांतरित: डुमरा कोर्ट . सीतामढ़ी जेल में बंदियों के बीच की वर्चस्व की लड़ाई से उपजे विवाद व बंदियों द्वारा जेल के भीतर से हीं वारदातों की साजिश रचने के बाद डीएम व एसपी ने संयुक्त रूप से आठ खूंखार बंदियों को अन्यत्र जेलों में स्थानांतरित कर दिया है. इनमें शातिर संतोष झा को दरभंगा,
सर्वेश दास, हेमंत राम, सुहाग पासवान, राकेश दास, विकेश दास व राम प्रवेश बैठा को भागलपुर तथा चिरंजीवी सागर को गोपालगंज जेल स्थानांतरित किया गया था. जिन्हें मुकदमों की सुनवाई के दौरान सीतामढ़ी कोर्ट में पेश किया जाता था. हालांकि कभी भी ससमय इन बंदियों को कोर्ट में पेश नहीं किया गया. कोर्ट द्वारा बार-बार आदेश के बाद हीं इन बंदियों को कोर्ट में पेश किया जाता रहा है.
महिंदवारा ओपी को लैंडमाइंस से उड़ाने की सजिश रचते हुआ था गिरफ्तार शातिर सर्वेश दास उर्फ शेरा की भी आज ही होनेवाली थी पेशी
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