सीतामढ़ी : सरकार के मोस्टवांटेड की सूची में शामिल गैंगस्टर संतोष झा पर बिहार सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस क्रम में यूपीए एक्ट के तहत शहर के लखनदेई पुल के पास संतोष झा के पिता चंद्रशेखर झा के नाम से खरीदे गये मकान समेत जमीन को जब्त कर लिया गया.
एएसपी सह सदर डीएसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में रीगा सीओ ललित कुमार सिंह व नगर थाना के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार के साथ सशस्त्र बल ने शनिवार को यह कार्रवाई की. संतोष के मकान में रह रहे किरायेदारों को तीन दिन के अंदर जमीन खाली करने की चेतावनी दी गयी है. इसके
संतोष झा की
लिए प्रशासन ने भवन पर इश्तेहार भी लगा दिया है. सीओ ने किरायेदारों को कहा है कि तीन दिन के अंदर मकान खाली नहीं करने पर जबरन खाली कराया जायेगा.
इधर जिला प्रशासन ने संतोष की जब्त संपत्ति की सरकारी कीमत 25 लाख आंकी है. जबकि इसका बाजार मूल्य एक करोड़ से अधिक बताया जा रहा है.
बता दें कि 2013 में तत्कालीन एसपी पंकज सिन्हा ने संतोष के आपराधिक वारदातों को देखते हुए यूपीए एक्ट (अपराध द्वारा अर्जित संपत्ति को जब्त करने का अधिकार) के तहत संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की थी. इस दौरान संतोष के साला गुड्डू झा की मार्को बस को जब्त करते हुए विभिन्न बैंक के खाता को भी सील कर दिया गया है. इसके अलावा वर्तमान में जब्त संतोष के मकान व जमीन को चिह्नित करते हुए सरकार से जब्ती का आदेश मांगा था. दो वर्ष तक जांच-पड़ताल के बाद सरकार ने संपत्ति जब्त करने का आदेश जिला पुलिस को दिया है.
कोट::
2013 में तत्कालीन एसपी पंकज सिन्हा के कार्यकाल में संतोष की उक्त संपत्ति को जब्त करने की स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा गया था. जांच में यह साबित होने पर कि उक्त संपत्ति अपराध के जरिये एकत्रित की गयी है. इसके बाद सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की गयी है.
राजीव रंजन, एएसपी