सुरसंड (सीतामढ़ी). नेपाल के तराई क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के चलते सोमवार को श्रीखंडी भिट्ठा होकर बहनेवाली रातो नदी अचानक उफना गयी. देखते ही देखते जलस्तर 200 सेंटीमीटर पहुंच गया. जलस्तर बढ़ने की रफ्तार देख लोगों में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गयी. कुछ ही देर बाद श्रीखंडी भिट्ठा वार्ड संख्या पांच में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. वार्ड में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क भी बाढ़ के पानी में डूब गयी. प्रतिवर्ष रातो नदी का कहर झेल चुके वार्ड के तीन सौ परिवारों को बाढ़ से चौतरफा घिरने का भय सताने लगा. दोपहर बाद से जलस्तर में करीब तीन फुट की आयी गिरावट से लोगों ने राहत की सांस ली.
इधर एनएच 227 से दिवारी मतौना पंचायत के सिमियाही गांव जानेवाली सड़क करीब बीस फुट में टूट गयी है. गत वर्ष भी यह सड़क पानी के तेज बहाव के चलते टूट गयी थी. टूटे हुए स्थान को ईंट से भरकर यातायात सुचारू किया गया था. सिमियाही वार्ड संख्या चार, पांच व छह में कई घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. गांव के सरेह में भी बाढ़ का पानी फैल गया है.
वार्ड सदस्य नजारे अंसारी ने बताया कि जलस्तर में आयी गिरावट के बाद तीनों वार्ड के लोगों ने राहत की सांस ली है. विदित हो कि तटबंध निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के चलते बीते वर्ष रातो नदी में आयी बाढ़ से सिमियाही गांव में काफी क्षति हुई थी. आरईओ सड़क के अलावा गांव की पीसीसी सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गयी थीं. वार्ड संख्या चार, पांच व छह में दर्जनों घरों में दो से तीन फुट पानी प्रवेश कर गया था. कई परिवारों को अपना घर छोड़कर गांव के स्कूल व श्रीखंडी भिट्ठा गांव स्थित कंटाही स्कूल में शरण लेनी पड़ी थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

