शेखोपुरसराय : प्रखंड कार्यालय में बीडीओ के चेंबर से लेकर अन्य कमरों में बारिश का पानी टपकने के स्थितियों में भी काम करना अधिकारी और कर्मियों की नियति बन गयी है. आलम यह है कि अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक को बैठना तो दूर सिर छिपने की भी जगह नहीं बच पाती है. प्रखंड कार्यालय के सारे कमरे और बरामदे में बारिश के दौरान खड़ा होने की भी जगह नहीं बच पाती है. यहां तक की प्रखंड विकास पदाधिकारी भी लोगों के काम का निबटारा प्रखंड मुख्यालय के एक कोने में बैठकर करते हैं.
इस संबंध में बीडीओ सुधीर कुमार ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय के जीर्णोद्धार के लिए छत और दीवार की दरारों की खुदाई की गयी थी. जिर्णोद्धार की राशि पंचायत समिति के सदस्य के निधि से शुरू की गयी थी. पंचायत समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में काम शुरू किया जाता है, लेकिन जीर्णोद्धार की योजना में छत और दीवारों की खुदाई के बाद मरम्मती का कार्य शुरू होने के पहले ही पंचायत समिति सदस्यों ने इसका विरोध शुरू कर दिया. बड़े अधिकारियों को लिखित आवेदन सौंप कर जीर्णोद्धार कार्य किया
और जिर्णोद्धार का काम बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि पंचायत समिति मद में लगभग 25 लाख की लागत से जीर्णोद्धार का काम करना था. प्रखंड कार्यालय पिछले दस सालों से निमी के पंचायत भवन और किसान भवन में संचालित है. इसके सभी कमरों की हालत जर्जर है. प्रखंड कार्यालय में बीडीओ के अलावा, प्रखंड प्रमुख, एमओ, पीओ समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मी बैठते हैं.