कार्रवाई. अवैध क्लिनिक व जांच घरों पर छापेमारी से अफरातफरी
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नर्सिंग होम खुला छोड़ भागे डॉक्टर
कार्रवाई. अवैध क्लिनिक व जांच घरों पर छापेमारी से अफरातफरी शिवहर : डीएम राजकुमार द्वारा गठित पांच छापामार टीम ने नगर के अवैध नर्सिंग होम व जांच घरों पर चौतरफा हमला बोल दिया. जिससे अवैध नर्सिंग होम संचालकों का चिकित्सकों में अफरातफरी को माहौल कायम हो गया. नर्सिंग होम संचालक व नीम हकीम भागते नजर […]
शिवहर : डीएम राजकुमार द्वारा गठित पांच छापामार टीम ने नगर के अवैध नर्सिंग होम व जांच घरों पर चौतरफा हमला बोल दिया. जिससे अवैध नर्सिंग होम संचालकों का चिकित्सकों में अफरातफरी को माहौल कायम हो गया.
नर्सिंग होम संचालक व नीम हकीम भागते नजर आये. छापेमारी की सूचना मिलते ही नगर में अवैध नर्सिंग होम संचालकों में हड़कंप मच गया. क्लीनिक व नर्सिंग होम में मौजूद मरीज चिकित्सक व कर्मी को नर्सिंग होम छोड़ भागते देखकर हतप्रभ थे. टीम के द्वारा करीब 11:30 बजे आयुष्मान नर्सिंग होम शिवहर का औचक निरीक्षण किया गया.
निरीक्षण के दौरान उसके संरक्षक डॉ आर के सिंह अनुपस्थित थे. उस नर्सिंग होम के अंदर मरीज वार्ड में अवलोकन के क्रम में कोई भी रोगी नहीं पाया गया . लेकिन डिजिटल एक्स-रे मशीन कार्यरत पाया गया.कार्यरत कर्मी के द्वारा संचालक को बुलाने की बात कही गयी. परंतु वह भी भाग गया और कोई भी व्यक्ति कुछ भी दिखाने या बताने के लिए उपस्थित नहीं हुआ.
बोर्ड पर डॉक्टर आरके सिंह डी ऑर्थो,पटना, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जमील एमबीबीएस, डीए एनिस्थया,डॉक्टर राजीव कुमार सिंह एमबीबीएसबीएचयू ,डॉ अनिल कुमार सिंह एम बी बी एस सर्जन डॉक्टर सुलेमान बीडीएस दंत चिकित्सक का नाम अंकित था. डॉ आरके सिंह के बारे में पता चला कि राज्य से बाहर गये हैं.
11:48 बजे महान डेंटल क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान उसके संरक्षक डॉक्टर संजीव कुमार बीडीएस, एलएनएमयू उपस्थित थे. क्लीनिक से संबंधित डिग्री से संबंधित प्रमाण-पत्र की छायाप्रति उनके द्वारा जांच दल को दिखाया गया. 12:18 बजे टीम द्वारा न्यू जीवनदान क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान उक्त क्लीनिक बंद पाया गया. एवं डॉ अजीत कुमार बी ए एम एस,बी यू,मुजफ्फरपुर तथा अन्य कोई भी उपस्थित नहीं था. टीम को.
प्रथम दृष्टया देखने से ऐसा प्रतीत हुआ कि सभी कार्यरत कर्मी एवं चिकित्सक जांच दल के आने की सूचना पाकर गायब हो गये हैं. जांच के समय वहां उपस्थित मोहम्मद हैदर अली पिता मोहम्मद इजराइल ग्राम रामपुर यदु के द्वारा बताया गया कि कुछ देर पूर्व क्लीनिक में दो-तीन लोग बैठे थे. क्लीनिक की स्थिति देखने तथा कार्यरत कर्मी के भाग जाने से स्पष्ट है कि क्लीनिक का संचालन फर्जी तरीके से किया जा रहा है. टीम द्वारा उसके अविलंब बंद करने की अनुशंसा की गयी है.
12:37 बजे टीम ने ईश्वर एक्स-रे सेवा सदन का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान उसके संरक्षक श्री रामेश्वर प्रसाद के द्वारा जांच दल के समक्ष बयान दिया गया कि ईश्वर एक्सप्रेस सेवा सदन के संचालन से संबंधित उनके पास कोई अनुज्ञप्ति अथवा डिग्री नहीं है .उनके द्वारा पूर्व में किसी चिकित्सक के साथ दस वर्ष तक संबंधित कार्य का किया गया है. उसी अनुभव के आधार पर उनके द्वारा एक्सरे का कार्य किया जा रहा है. टीम के अनुसार एक्सरे क्लिनिक के संरक्षक को रेडिएशन से बचाव हेतु उपकरण एवं अन्य व्यवस्था उपलब्ध कराकर बीएआरसी से प्रमाण पत्र प्राप्त करने का निर्देश सिविल सर्जन के माध्यम से दिया जा सकता है.
12:41 बजे टीम द्वारा विकास हेल्थ क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान वहां उपस्थित अंशराज मेडिसिन के संरक्षक विकास कुमार पांडे पिता श्री मंकेश्वर नाथ पांडे शिवहर वार्ड 14 के द्वारा जांच दल के समक्ष बयान दिया है कि जांच दल के आने की सूचना पाकर डॉक्टर श्री संजय कुमार सिंह फरार हो गए हैं.
उक्त डॉक्टर के द्वारा क्लीनिक पर सर्दी खांसी एवं बुखार का इलाज किया जाता है .यह क्लीनिक रंजीत सहनी के बाजार में कार्यरत है. क्लीनिक से जांच के समय गुड़िया देवी का उसी के जांच घर का जांच रिपोर्ट प्राप्त हुआ .जिस पर डॉक्टर संजय कुमार सिंह का नाम कंसल्टेंट के रूप में अंकित है.
क्लीनिक का कोई निबंधन नहीं होने एवं आवश्यक उपकरण नहीं होने तथा योग्यताधारी चिकित्सक के नहीं होने के कारण टीम ने क्लीनिक को बंद करने की अनुशंसा की है . जांच टीम ने उपकार चेरिटेबुल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसायटी शिवहर का 12:58 मिनट पर निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डॉ चंद्रभूषण सिंह एमबीबीएस बीपीटी पटना उपस्थित पाये गये. उन्होंने जांच टीम को बताया कि डिग्री संबंधी कागजात उनके आवास में हैं.
उन्होंने संस्था के निबंधन संबंधी प्रमात्र पत्र की छाया प्रति टीम को दिखायी. टीम ने फिजीयोथेरेपी से संबंधित योग्यता प्रमाण पत्र के जांच सिविल सर्जन से कराने की अनुशंसा की है. जांच प्रतिवेदन एसडीओ अफाक अहमद द्वारा डीएम राजकुमार को सौंपी गयी है. जिसमें कहा गया है कि डुमरी कटसरी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ युगल किशोर प्रसाद के द्वारा उन्होंने नर्सिंग केंद्रों व जांच घरों का औचक निरीक्षण किया है. डीएम द्वारा पांच डीएम गठित की गयी थी. जिसमें भू-अर्जन पदाधिकारी आलोक कुमार समेत वरीय पदाधिकारी व चिकित्सक शामिल थे.
दर्जनों नर्सिंग होम के गैर लाइसेंसी होने की बात आयी सामने
डीएम टीम ने न्यू जीवन दान क्लिनिक, विकास हेल्थ क्लिनिक को बंद करने की है अनुशंसा
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