जिले के परिहार प्रखंड का है मामला
जदयू पंचायती राज प्रखंड अध्यक्ष ने डीपीओ को भेजा आवेदन
तीन माह पूर्व ही सेविका व सहायिका का हुआ था चयन
सीतामढ़ी/परिहार : सेविकाओं से प्रशिक्षण दिलाने के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया गया है. यह आरोप जदयू पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष मो युसूफ का है. उन्होंने डीपीओ को आवेदन भेजकर कहा है कि जो चयनित सेविका सीडीपीओ कार्यालय में अवैध राशि दी है, उसी को प्रशिक्षण में भेजा गया है. अवैध राशि नही देने वाली सेविका को फिलहाल प्रशिक्षण में नही भेजा गया है.
मालूम हो कि प्रखंड में सेविका एवं सहायिका का चयन तीन माह पूर्व हुआ था. प्रशिक्षण के अभाव में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन नही हो पा रहा है. बताया गया है कि फिलहाल 35 सेविका को प्रशिक्षण के लिए मोतिहारी भेजा गया है.
कौन प्रशिक्षण में गयीं, पता नहीं : पर्यवेक्षिका नूतन कुमारी ने बताया कि 35 सेविका को प्रशिक्षण को भेजा गया है. किस आधार पर प्रशिक्षण में जाने के लिए 35 सेविकाओं का चयन किया गया है. इस सवाल पर पर्यवेक्षिका का जवाब रहा है चयन के बारे में सीडीपीओ ही बता सकती है. कौन-कौन प्रशिक्षण गयी है, यह पता नही है. इस संबंध में कुछ नही जानते है. कोई पत्र भी नही मिला है.
अवैध वसूली का आरोप निराधार
सीडीपीओ निभा कुमारी ने बताया कि पर्यवेक्षिकाओं द्वारा अपने-अपने क्षेत्र से पांच-पांच सेविका का नाम दिया गया था, जिसे प्रशिक्षण में भेजा गया है. फिर यह भी बताया कि पर्यवेक्षिका अनामिका द्वारा चयनित सेविका की सूची उपलब्ध करायी गयी है. किस आधार पर प्रशिक्षण को चयनित किया गया है, का सीडीपीओ द्वारा गोल-मटोल जवाब दिया गया. अवैध वसूली के आरोप को निराधार बताया है.
सुप्पी व सोनबरसा प्रखंड का हाल : सुप्पी की पर्यवेक्षिका उषा कुमारी ने बताया कि 27 सेविकाओं का चयन हुआ है. सभी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. 20 सहायिका का प्रशिक्षण बाकी है. इधर, सोनबरसा सीडीपीओ निभा कुमारी ने बताया है कि 71 में से 65 केंद्रों के लिए सेविका का चयन किया जा चुका है, जिसमें से 30 को प्रशिक्षण में भेजा गया है. 71 में से 49 पदों पर सहायिका का चयन हो चुका है.

