रोहतास व कैमूर जिले के 80 गांवों के किसानों का सपना नहीं हो सका साकार फोटो- गोरेया नदी रमेश कुमार पांडेय, कोचस रोहतास व कैमूर जिले के सीमावर्ती इलाकों के किसानों के लिए वरदान गोरेया नदी पर चेकडैम बनाने का काम वर्षों से लंबित है. इससे दोनों जिलों के करीब 80 गांवों के खेतों की प्यास अभी तक नहीं बूझ सकी है. पिछले कई सालों से नदी पर चेकडैम बनाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया. लेकिन, अधिकारियों की लापरवाही से अब तक प्रोजेक्ट को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है. इसके कारण प्रत्येक वर्ष रोहतास व कैमूर के लगभग 80 गांवों के किसान सिंचाई सुविधा से वंचित रह जाते हैं. इसमें कथराई, सलथुआं व रघुनाथपुर राजवाहे से जुड़े अंतिम छोर के 80 गांवों के किसान अपने खेतों की सिंचाई ठीक से नहीं कर पाते हैं. किसानों ने बनायी थी कमेटी जानकारी के अनुसार, कपसियां पंचायत के सोहवलियां व अठवलियां गांव के बीच गोरेया नदी पर चेकडैम बनाने को लेकर वर्ष 2022 में किसानों ने एक कमेटी बनायी थी. इसमें कोचस पश्चिमी के जिला पार्षद विनय पाल की अध्यक्षता में 11 सदस्य मनोनीत किये गये थे. इस दौरान सर्वसम्मति से विनय पाल को अध्यक्ष, परसथुआं के राजा यादव को उपाध्यक्ष, सेलास के शशिकांत राय को सचिव, जयशंकर प्रसाद को उपसचिव और विजय बहादुर को कमेटी का संयोजक बनाया गया था. कमेटी ने प्रोजेक्ट का पूरा खाका बरहूति निवासी सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त अभियंता विजय बहादुर सिंह व कथराई के सेवानिवृत्त अभियंता जगन्नाथ सिंह की देखरेख में तैयार कर सरकार के पास भेजा. सरकार से प्रोजेक्ट में तेजी लाने का दबाव बनाने के उद्देश्य से एक-एक कॉपी तत्कालीन सांसद, करगहर के पूर्व विधायक व विधायक संतोष कुमार मिश्र को भी सौंपी गयी थी. इस चेकडैम के निर्माण से कोचस प्रखंड की कपसियां, कथराई व चितैनी पंचायत के सभी गांवों, करगहर प्रखंड की बकसड़ा व सिवन पंचायत और कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड की सिसवार, सलथुआं व ससना आदि पंचायतों के लगभग 80 गांवों के हजारों किसान लाभान्वित होंगे. 2023 में पटना से आयी थी जांच टीम सामाजिक कार्यकर्ता जयशंकर प्रसाद की मानें, तो चेकडैम को अमलीजामा पहनाने के लिए 23 मार्च 2023 को सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता राकेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में पहुंची पांच सदस्यीय टीम ने निर्माण स्थल के साथ-साथ अन्य बिंदुओं पर गहन जांच की. इस दौरान टीम ने इसकी जांच रिपोर्ट शीघ्र ही विभाग को सौंपने की बात कही थी. लेकिन, सरकार, सांसद और विधायक के उदासीन रवैये के कारण इस नदी पर अब तक चेकडैम का निर्माण कार्य नहीं हो सका है. हालांकि, 30 जनवरी को प्रखंड कार्यालय सभागार में आयोजित जनप्रतिनिधि संवाद के दौरान कथराई पंचायत की मुखिया निर्मला कुमारी ने डीएम उदिता सिंह के समक्ष गोरेया नदी पर चेकडैम बनाने की मांग की थी. इस पर कार्यक्रम में मौजूद करगहर विधायक संतोष कुमार मिश्र ने उन्हें आश्वस्त करते हुए गोरेया नदी पर चेकडैम बनाने का मामला संज्ञान में आने की बात कही थी. कहते हैं विधायक गोरेया नदी पर चेकडैम बनाने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से व्यावहारिक तौर पर बातचीत की गयी है. वित्तीय वर्ष 2025-26 में इस योजना को प्राथमिकता देते हुए इसकी अनुशंसा की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. संतोष कुमार मिश्र, विधायक, करगहर विधानसभा
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