छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय से डिग्री सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए जिन छात्र-छात्राओं ने आवेदन दिया है. उनके आवेदनों का निबटारा लगातार किया जा रहा है. वहीं कई ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जिन्हें अर्जेंट मोड में डिग्री की आवश्यकता है. उन्होंने भी विश्वविद्यालय में अतिरिक्त शुल्क के साथ आवेदन दिया है. हालांकि अर्जेंट मोड में डिग्री सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए आये आवेदनों का भी वेरिफिकेशन कराया जा रहा है. विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कई ऐसे छात्र-छात्राएं हैं. जिन्हें किसी नौकरी या अन्य जगहों पर इंटरव्यू या काउंसेलिंग के लिए डिग्री सर्टिफिकेट की कॉपी लगाना अनिवार्य है. वैसे छात्र-छात्राओं ने अर्जेंट मोड में डिग्री सर्टिफिकेट के लिए आवेदन दिया है. लेकिन कुछ ऐसे भी छात्र-छात्राएं हैं. जिन्होंने अर्जेंट मोड में डिग्री पाने के लिए बिना किसी उचित कारण के ही आवेदन दे दिया है. अब वेरिफिकेशन के दौरान छात्रों से अर्जेंट मोड में डिग्री प्राप्त करने का उचित कारण पूछा जा रहा है. छात्रों के पास यदि दूसरे संस्थानों में काउंसेलिंग, इंटरव्यू या अन्य जरूरी आवश्यकताओं के संदर्भ में कोई कागजात है तो उसकी जांच करने के उपरांत दो से तीन दिन में अर्जेंट मोड की डिग्री रिलीज कर दी जा रही है. कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई ने बताया है कि डिग्री सेल को इस संदर्भ में गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. प्रतिदिन उनके कार्यालय स्तर से 100 से अधिक डिग्रियां रिलीज की जा रही हैं.
डिग्री के लिए होता है ऑनलाइन आवेदन
विश्वविद्यालय में मूल प्रमाण पत्र व माइग्रेशन प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन मोड में आवेदन लिया जाता है. विश्वविद्यालय के पोर्टल पर उपलब्ध लिंक पर छात्र-छात्राएं अपनी सभी एकेडमिक जानकारी को अंकित करते हैं. जिसके बाद ऑनलाइन ही 500 रुपये का शुल्क लिया जाता है. वहीं यदि छात्र-छात्राएं 200 रुपये अतिरिक्त देते हैं. तो डाक से उनके घर तक प्रमाण पत्र पहुंचाने की सुविधा भी दी जाती है. लेकिन पिछले छह महीने से डाक से डिग्री पहुंचाने की व्यवस्था बंद है. ऑनलाइन आवेदन के समय छात्रों को डिग्री मिलने के लिए अधिकतम 30 दिन का टाइम फ्रेम दिया जाता है. लेकिन विषम परिस्थिति में एक सप्ताह के अंदर भी डिग्री रिलीज किया जाता है.अर्जेंट मोड में दो से तीन दिनों में मिलता है सर्टिफिकेट
विश्वविद्यालय में अर्जेंट मोड में भी आवेदनों का निबटारा किया जा रहा है. इसके लिए अतिरिक्त 500 रुपये शुल्क लग रहा है. पीआरओ राजेश पांडेय ने बताया कि सर्टिफिकेट के लिए छात्र-छात्राएं अर्जेंट मोड में भी आवेदन दे सकते हैं. हालांकि उसके लिए उचित कारण प्रस्तुत करना होगा. कई छात्र-छात्राओं को विभिन्न संस्थाओं में काउंसेलिंग व नामांकन करने के लिए अविलंब सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है. वैसे छात्र-छात्राओं को अर्जेंट मोड में आवेदन के साथ शुल्क जमा करना होगा. इसके बाद दो से तीन दिनों के अंदर ही उनका सर्टिफिकेट इश्यू कर दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है