सोनपुर. पूर्वोत्तर रेलवे महाविद्यालय, सोनपुर को सोनपुर रेल मंडल प्रशासन द्वारा अपने अधीन ले लिए जाने के बाद महाविद्यालय में शिक्षण कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है. इससे न केवल शिक्षकों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति बनी हुई है, बल्कि प्राचार्य तक कॉलेज में मौजूद नहीं हैं. गुरुवार को सुबह 10 बजे से छात्र-छात्राएं महाविद्यालय खुलने का इंतजार करते रहे, परंतु सभी शिक्षक और स्टाफ के फोन बंद मिले. लंबे समय तक इंतजार के बाद आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने डीआरएम कार्यालय का घेराव किया और रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्थिति बिगड़ते देख रेलवे अधिकारियों ने छात्रों से वार्ता की, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह मामला रेलवे के अधिकार क्षेत्र से बाहर है और कॉलेज प्रशासन का मामला है. छात्रों के आक्रोश को देखते हुए महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक राजकिशोर सिंह को बुलाया गया और एडमिट कार्ड वितरित करने को कहा गया. उन्होंने जगह और व्यवस्था की कमी की बात कही. अंततः सोनपुर थानाध्यक्ष की मौजूदगी में पुलिस प्रशासन की मदद से महाविद्यालय के बाहर सड़क पर ही एडमिट कार्ड वितरित किये गये. इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक ने रेलवे अधिकारियों से मुलाकात कर छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया और कहा कि रेलवे और कॉलेज प्रशासन के बीच चल रहे विवाद का खामियाजा छात्रों को क्यों भुगतना पड़ रहा है? उन्होंने सांसद और विधायकों से मामले में हस्तक्षेप की मांग की. इस दौरान राजकिशोर सिंह, पप्पू राय, जय मंगल राय, धनंजय सिंह, निशा कुमारी, राजीव कुमार, प्रिया कुमारी, पिंकी कुमारी, नितीश कुमार, राहुल कुमार, रोहित कुमार, हैप्पी कुमार, राजनंदिनी कुमारी, निखिल कुमार सहित लगभग 1000 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.
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