छपरा. बीएसएनएल पेंशनर्स संयुक्त मोर्चा के परिचालन क्षेत्र छपरा के पेंशनरों ने गुरुवार को मुख्य कार्यालय के सामने धरना व प्रदर्शन कर अपने विरोध का इजहार किया. पेंशनर्स का आरोप है कि संसद में पेंशन नियमों में किये गये संशोधनों के जरिए पेंशनरों को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो उनके अधिकारों पर सीधा आघात है. धरने की अध्यक्षता जय कृष्ण पाठक ने की. जिला सचिव शंभू प्रसाद वर्मा ने कहा कि पेंशनरों के खिलाफ इस प्रयास को सफल नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 1983 में डीएस नड्डा बनाम भारत सरकार मामले में उच्चतम न्यायालय ने पेंशन को भीख नहीं, बल्कि अधिकार मानने की बात कही थी, लेकिन केंद्र सरकार उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर रही है. पेंशनर्स ने आठवें वेतन आयोग में बीएसएनएल पेंशनरों को भी शामिल करने की मांग की. उनका कहना था कि केंद्र सरकार को पेंशनरों की सुविधाओं के लिए और प्रयासशील होना चाहिए. धरना प्रदर्शन में अध्यक्ष जेके पाठक ने कहा कि सरकार बीएसएनएल कर्मचारियों के प्रति स्वेच्छाचारिता का रुख अपना रही है और हमें एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए. धरने में संरक्षक पी मिश्रा, राज नारायण प्रसाद, शिवकांत दुबे, बलिराम प्रसाद शर्मा, केशव किशोर प्रसाद, कौशल किशोर सिंह, रामनारायण उपाध्याय, राजधारी सिंह और अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित थे. यह प्रदर्शन केंद्रीय मुख्यालय के आह्वान पर राष्ट्रीय आंदोलन के तहत किया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

