छपरा. यदि समाज का उत्थान करना है, तो शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है. यह पंक्ति अक्सर सुनने को मिलती है, लेकिन सारण जिले के मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र की रसूलपुर पंचायत के मुसहर समाज की बस्तियों में आज भी यह विचार हकीकत से काफी दूर दिखायी देता है. दशकों से हाशिये पर जी रहे इस समाज के बच्चों की स्कूलों से दूरी और शिक्षा की कमी ही उनके पिछड़ेपन की सबसे बड़ी वजह है. सोमवार को मढ़ौरा की रसूलपुर पंचायत के मुसहर टोला में आयोजित शिक्षा पर चर्चा कार्यक्रम ने इस हकीकत को सामने रखा और साथ ही बदलाव की एक उम्मीद भी जगायी. मढ़ौरा से राजद विधायक और पूर्व मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने समाज के लोगों के साथ खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि मुसहर समाज आज भी शिक्षा की मुख्यधारा से पूरी तरह नहीं जुड़ पाया है. यही कारण है कि विकास योजनाओं और रोजगार के अवसरों का पूरा लाभ इन्हें नहीं मिल पाता. विधायक ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को हर हाल में पढ़ाई की ओर प्रेरित करें, क्योंकि कलम ही वह चाबी है, जो हर दरवाजा खोल सकती है. कार्यक्रम के दौरान कई ग्रामीणों ने भी स्वीकार किया कि शिक्षा की कमी ने उनके समाज को पीछे धकेल दिया है. अब वे अपने बच्चों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं. ग्रामीण महिलाओं ने भी कहा कि वे बेटियों को पढ़ाई से नहीं रोकेंगी और उन्हें स्कूल भेजने का प्रयास करेंगी. मुसहर समाज की यह पहल और विधायक की अपील एक बेहतर भविष्य की नींव रख सकती है. हालांकि, यह तभी संभव है, जब अभिभावक और समाज खुद जागरूक होकर शिक्षा को प्राथमिकता देंगे. क्योंकि, जब एक बच्चा पढ़ेगा, तभी एक परिवार बदलेगा और जब परिवार बदलेगा, तभी समाज आगे बढ़ेगा.
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