बनियापुर : श्रीरामचरित मानस पुण्य रूप, पापों का हरण करने वाला,सदा कल्याणकारी,विज्ञान (विशेष ज्ञान) और भक्ति देने वाला,माया,मोह और मल(गंदगी)का नाश करने वाला,परम निर्मल प्रेम रूपी जाल से परिपूर्ण तथा मंगलमय है. जो मनुष्य भक्ति पूर्वक मानस रूपी सरोवर में गोता लगाते है, वे संसार रूपी सूर्य की अति प्रचंड किरणों से नहीं जलते. उक्त बातेx देव नगरी देवघर से पधारे पंडित नागेन्द्र शास्त्री ने प्रखंड के चेतन छपरा में चल रहे
नौ दिवसीय नवाह पाठ के आठ वे दिन प्रवचन में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कही. प्रवचनकर्ता ने भक्तों को प्रतिदिन कुछ न कुछ समय ईश्वर का ध्यान लगाने में खर्च करने की सलाह दी. वही प्रत्येक मनुष्य को अपने सामर्थ्य के अनुसार धार्मिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेनी चाहिये. प्रवचन श्रवण को ले आस-पास के इलाके के अलावे प्रतिदिन दूर-दराज से भी श्रद्धालु पहुंच रहे है. वही भक्तो को कोई परेशानी न हो को ध्यान में रख आयोजन समिति के अध्यक्ष घनश्याम राय, सच्चिदानंद शर्मा, मणिभूषण सिंह, कृष्णा ठाकुर मोहन गोपाल राय सहित सभी सदस्य यज्ञ स्थल पर पूरी तन्मयता से जुटे है.