उक्त बातें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पोलित ब्यूरो सदस्य तथा राज्यसभा सांसद बिंदा करात ने प्रखंड मुख्यालय परिसर में प्रत्याशी गीता सागर राम के समर्थन में आयोजित चुनाव सभा को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने महागंठबंधन को अवसरवादी तथा एनडीए को धोखेबाजों का गंठबंधन बताया.
उन्होने आरएसएस को राष्ट्रीय सर्वनाश समिति बताते हुए मोहन भागवत पर आरक्षण समाप्त करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. लेखकों द्वारा अवार्ड लौटाने को उन्होंने सरकार के लिए शर्म का विषय बताया.
उन्होंने पूंजीपतियों के लिए अच्छे दिन आने व गरीबों को केवल धोखा मिलने की बात कही. मौके पर वरीय नेता सर्वोदय शर्मा, अरुण कुमार सिंह, गंगा सागर राम व अन्य नेता मौजूद थे.
मांझी संवाददाता के अनुसार, प्रत्याशी सत्येंद्र यादव के समर्थन में सुघर छपरा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने गुजरात मॉडल के द्वारा देश, प्रशासन चलने के बाद मजदूरों व किसानों की स्थिति बिगड़ने व पूंजीपतियों को लाभ होने की बात कही.
प्रत्याशी श्री राय ने अपने जन संघर्ष के हवाले से लोगों से समर्थन की मांग की. सभा में लगनदेव सिंह, बच्चा यादव, रमेश यादव, जुबैर अहमद, बीएन सिंह आदि उपस्थित थे.