छपरा (नगर): श्रम संसाधन विभाग का यह प्रयास सराहनीय है. नियोजन मेले के माध्यम से रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे युवाओं को काफी लाभ मिल रहा है. उपरोक्त बातें जेपीविवि के कुलपति डॉ एसएन दूबे ने कहीं. वे शुक्रवार को श्रम संसाधन विभाग तथा अवर प्रादेशिक नियोजनालय छपरा द्वारा राजेंद्र कॉलेज के खेल मैदान में आयोजित विविस्तरीय नियोजन सह मार्गदर्शन मेले के उद्घाटन के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे. कुलपति ने नियोजन मेले में और ज्यादा नियोक्ता कंपनियों को लाये जाने की जरूरत बतायी.
उन्होंने पूर्व में विभाग द्वारा कॉलेज परिसर में खोले गये एंप्लॉयमेंट सेल के बंद होने पर चिंता जताते हुए इसे दोबारा सक्रिय बनाये जाने की बात कही. इसके पूर्व कुलपति ने दीप प्रज्वलित कर नियोजन मेले का उद्घाटन किया. विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री सह स्थानीय विधायक जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने कहा कि नियोजन मेले से युवकों में यह विश्वास जगा है कि यदि वे अर्हता पूरी करेंगे, तो नियोजक उनके शहर में आकर रोजगार की पेशकश करेंगे. विधायक श्री सीग्रीवाल ने कहा कि पहले राज्य में एक जगह नियोजन मेला लगता था. उनके मंत्री बनने के बाद इसे प्रमंडल जिला तथा विवि स्तर पर शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में ही मार्च 2014 तक नियोजन मेला लगाये जाने का शिड्यूल जारी किया गया था. उसी के अनुसार इस नियोजन मेले को आयोजित किया गया है. समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजेंद्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ राम अयोध्या सिंह ने कहा कि विवि स्तर पर नियोजन मेले का आयोजन राजेंद्र कॉलेज में होना गौरव की बात है. उन्होंने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि नियोजन मेले में आये युवाओं को निश्चय ही रोजगार व उचित मार्गदर्शन प्राप्त होगा. संचालन गया के नियोजन पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विधानचंद्र भारती ने किया. इस मौके पर उपनिदेशक नियोजन दरभंगा सह सहायक अवर प्रमंडल नियोजनालय, छपरा, मनोज कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी जितेंद्र कुमार पांडेय, शांतनु कुमार, शिक्षकेतर संघ के हरिहर मोहन, श्रीभगवान राय, जगमोहन प्रसाद मुख्य रूप से उपस्थित थे.
होगा साक्षात्कार
शुक्रवार को आयोजित नियोजन मेले में कुल 3145 अभ्यर्थियों द्वारा विभिन्न कंपनियों के स्टॉल पर अपना आवेदन जमा किया गया. जिला नियोजन पदाधिकारी जितेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि प्राप्त आवेदनों में कुल 787 आवेदकों को ऑन द स्पॉट जॉब लेटर दिया गया. नियोजन पदाधिकारी ने बताया कि करीब 450 आवेदकों को जॉब लेटर कंपनियों द्वारा साक्षात्कार के बाद दिया जायेगा.
उपस्थिति रही कम
विविस्तरीय नियोजन मेले में इस बार महिला अभ्यर्थियों की उपस्थिति काफी कम नजर आयी. नियोजन मेले में आयीं अधिकतर कंपनियों द्वारा ज्यादातर फिल्ड जॉब के लिए रिक्तियां बतायी जा रही थीं. ऐसे में मेले में आये युवक तो अपना आवेदन जमा करते दिखे, मगर ज्यादातर युवतियां सिर्फ पूछताछ कर वापस लौटती दिखीं. बताते चलें कि नियोजन मेले में करीब 20 स्टॉल अलग-अलग कंपनियों द्वारा लगाये गये थे. हालांकि इनमें से आधा दर्जन से ज्यादा सिक्यूरिटी एजेंसिया थीं, तो दर्जन भर इंश्योरेंस सेक्टर की कंपनियां थीं.