छपरा (सारण): जिले में करीब एक माह से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति ने गुरुवार को पूरी तरह विकराल रूप ले लिया. छपरा-मांझी मार्ग पर ब्रह्मपुर पोखरी से पीएन सिंह कॉलेज तक बाढ़ के पानी आ जाने से आवागमन ठप हो जाने की आशंका बढ़ गयी है. छपरा-पटना मेन रोड पर बाढ़ के पानी का बहाव तेज होने के कारण पहले से ही वाहनों का आवागमन ठप है. बाढ़ का पानी अब काफी तेजी के साथ उत्तर दिशा की ओर फैल रहा है, जिससे छपरा-बलिया रेलखंड पर गौतम स्थान और छपरा के बीच रेलवे लाइन पर बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ रहा है. छपरा-पटना मेन रोड पर मनइयापुर, अवतारनगर, झौवा आदि स्थानों पर गंगा नदी के बाढ़ का पानी तेजी के साथ दक्षिण से उत्तर की ओर बह रहा है. डुमरी जुअरा, मीरपुर जुअरा, प्राण राय के टोला, देवरिया-पचपटिया आदि स्थानों पर रेलवे लाइन के पास बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ रहा है. सड़क मार्ग के बाद रेल मार्ग पर भी खतरा बढ़ गया है. छपरा-रिविलगंज मेन रोड पर पीएन सिंह कॉलेज से उत्तर की ओर बह रहा पानी जलालपुर रेलवे पुल से होकर मुकरेड़ा-मेथवलिया के आसपास छपरा-सीवान मेन रोड की ओर पहुंचने लगा है.
गंगा के जल स्तर में रिकॉर्ड वृद्धि
गंगा नदी के जल स्तर में गुरुवार को रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज हुई है. गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से 125 सेंटीमीटर ऊपर की ओर बह रहा है. गंगा के जल स्तर में लगातार वृद्धि जारी है. सोन नदी खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुकी है. सरयू नदी भी खतरे के निशान से करीब आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. सोन नदी को स्थिर बताया जा रहा है जबकि गंगा, सरयू और गंडक का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. गंगा नदी के जल स्तर में हो रही वृद्धि के कारण वर्ष 2003 में आयी भयावह बाढ़ की पुनरावृत्ति होने की आशंका है, जिससे जिले में लोग काफी भयभीत हैं.
दर्जन भर से अधिक स्थानों पर हो रहा ओवरफ्लो
जिले के करीब एक दर्जन से अधिक स्थानों पर नदियों के बाढ़ का पानी ओवरफ्लो हो रहा है. महेशिया तथा सांझा में गुरुवार को फिर माही नदी के बाढ़ का पानी जमींदारी बांध से ओवरफ्लो करने लगा. इनई जमींदारी बांध और सेंगर टोला तटबंध से सरयू नदी के बाढ़ का पानी ओवरफ्लो कर रहा है. ढेलहाड़ी और भटवलिया में सोंधी नदी के बाढ़ का पानी बह रहा है. गंडकी नदी से भैरापुर तथा महादलित टोली के बाढ़ का पानी ओवरफ्लो कर रहा है.
छपरा शहर के ब्रह्मपुर-अजयाबगंज के पास तैल नदी से बाढ़ का पानी ओवरफ्लो कर रहा है. जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि महेशिया, सांझा, महादलित टोली, भैरोपुर, इनई, सेंगर टोला, ढेलहाड़ी में नदियों के पानी का बहाव रोक लिया गया है. लेकिन ब्रह्मपुर में तैल नदी और भटवलिया में सोंधी नदी के पानी का बहाव नहीं रोका जा सका है. इन स्थानों पर नदियों के जल स्तर में कमी आने के बाद ही कुछ करना संभव होगा.
सरकार को भेजी रिपोर्ट
नदियों के बढ़ते जल स्तर से जिले में उत्पन्न भयावह बाढ़ की स्थिति के बारे में जल संसाधन विभाग ने सरकार को अवगत करा दिया है. गंगा, सरयू, सोन के खतरे के निशान से ऊपर होने और नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि के कारण होनेवाली तबाही के मद्देनजर तैयारी शुरू कर दी गयी है. कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार केसरी ने बताया कि तटबंध सुरक्षित है, लेकिन नदियों का पानी वहीं ओवरफ्लो कर रहा है, जहां तटबंध नहीं है. इस वजह से भयावह स्थिति बनी हुई है.
इन मार्गों पर है आवागमन ठप
छपरा-पटना मेन रोड पर आवागमन ठप है. छपरा-रिविलगंज मार्ग पर भी देर शाम तक आवागमन ठप होने की आशंका है. सदर, छपरा, गड़खा, रिविलगंज, दिघवारा, दरियापुर, सोनपुर प्रखंडों के दर्जनों गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क भंग हो गया है. दर्जनों ग्रामीण सड़कें भी बाढ़ के पानी में डूब चुकी हैं. आवागमन का मुख्य साधन नौका ही रह गयी है.