* बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने शिक्षा व एमडीएम के पदाधिकारियों के साथ की बैठक
छपरा (सदर) : बच्चों व उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है. विभिन्न विद्यालयों या अन्य शिक्षण केंद्रों पर विभागीय पदाधिकारी सरकार द्वारा बच्चों के लिए उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं के कार्यान्वयन के दायित्वों का निर्वहन बेहतर ढंग से करने से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है.
ये बातें राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष निशा झा ने समाहरणालय सभागार में जिले के शिक्षा विभाग तथा मध्याह्न् भोजन योजना के जिला आयोग, प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि दायित्वों के ससमय व नियमानुसार निर्वहन से विद्यालयों में बाल अधिकार से जुड़े 90 फीसदी समस्याओं का समाधान स्वत: हो जायेगा.
वर्तमान में कई योजनाएं सरकार के द्वारा विद्यालयों में बच्चों की ज्यादा–से–ज्यादा उपस्थिति तथा पढ़ाई के प्रति जागरूकता जगाने के लिए चलायी जा रही हैं. हालांकि, इन योजनाओं के कार्यान्वयन में स्थानीय व विभागीय स्तर पर कुछ समस्याएं समय–समय पर आती रहती हैं. नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, गंडामन की घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए एमडीएम की गाइड लाइन का अक्षरश: पालन वरीय पदाधिकारियों द्वारा किया जाना चाहिए. ऐसा नहीं करने के कारण ही घटना हुई. प्रधानाध्यापिका द्वारा यदि पहले भोजन को चखा गया होता, तो शायद यह घटना नहीं होती. इसके लिए मॉनीटरिंग नियमित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं.
* हो नियमित निरीक्षण
मध्याह्न् भोजन योजना के तहत प्रखंड संसाधन सेवी को नियमित विद्यालय का निरीक्षण, माता समिति, मुखिया तथा बच्चों के अभिभावक को भी स्कूल में नियमित निरीक्षण करना चाहिए. इससे बच्चों को बिना किसी गड़बड़ी के अच्छी क्वालिटी का भोजन मिलेगा. लोगों को जागरूक करना हमारा दायित्व है. उन्होंने आयोग के फैक्स नंबर 22817199 तथा मोबाइल नंबर 9470413366 पर किसी भी प्रकार की सूचना देने के लिए भी पदाधिकारियों को निर्देशित किया.
इस अवसर पर उन्होंने सभी पदाधिकारियों के साथ सभा कक्ष में एक मिनट का मौन रख कर बच्चों को श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर डीएम अभिजीत सिन्हा ने उपस्थित पदाधिकारियों की एक अलग बैठक कर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए नियमित निरीक्षण व रिपोर्ट देने को कहा.
भवन विहीन विद्यालय को नजदीक के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में समस्याओं की जानकारी देने की भी हिदायत दी. उन्होंने कहा कि माता समिति की सचिव एवं सदस्यों की भी जिम्मेवारी बनती है. ऐसी स्थिति में स्थानीय स्तर पर कोई भी व्यक्ति इस जिम्मेवारी से नहीं बच सकता. फलत: बेहतर ढंग से काम करने की जरूरत है.
बैठक में उपसमाहर्ता विनोद कुमार, सत्येंद्र कुमार, एमडीएम पदाधिकारी शब्बीर हसन समेत अन्य मौजूद थे. इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारियों ने घटना के संबंध में दुख व्यक्त करते हुए बेहतर निरीक्षण कर पुनरावृत्ति रोकने का भरोसा दिलाया.
* बच्चों के प्रति संवेदनशील बनें पदाधिकारी
* गंडामन की घटना नियमित निरीक्षण नहीं होने का परिणाम
* डीएम ने विभागीय पदाधिकारियों को अपने दायित्वों के निर्वहन की जरूरत जतायी
* समाहरणालय सभागार में जिला व प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को कई निर्देश
* एक मिनट का मौन रख कर मृत बच्चों को दी गयी श्रद्धांजलि