मकेर : मकेर एवं परसा प्रखंड के कई आंगनबाड़ी केंद्रों एवं बाल विकास कार्यालयों का औचक निरीक्षण बुधवार को समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह व आइसीडीएस निदेशक अख्तर वासिक ने किया. इस दौरान नंदन कैतुका पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 34 बंद पाया, पीर भाठा एवं मकेर पंचायत के केंद्र संख्या 21,22,34,61,60,63,74,75 एवं 69 में स्थित केंद्रों पर बच्चों की संख्या 10 से 15 थी. वहीं, केंद्र पर खिचड़ी की गुणवत्ता में कमी पायी गयी.
मंत्री ने केंद्र के बच्चों से कविता पाठ भी सुना, केंद्र में बच्चों की उपस्थिति कम रहने पर सेविका को डांटते हुए सुधार करने को कहा. भाठा पंचायत के केंद्र संख्या 76 ने ग्रामीणों द्वारा पूर्व में सीडीपीओ, डीपीओ, डीएम एवं कमिश्नर एवं समाज कल्याण मंत्री को एक आवेदन दिया था. अपने आवेदन में केंद्र संख्या 76, जो स्वीकृत है.
केंद्र शिव महतो के दालान के बदले एकडेरवा में मुखिया के दरवाजे पर सुल्तानपुर में चल रहा है. इस केंद्र की भी जांच मंत्री ने की. साथ ही परसा प्रखंड के केंद्र संख्या 134,99,96 के जांच के क्रम में बंद पाया गया. वहीं जांच करने प्रखंड कार्यालय के बाल विकास कार्यालय पहुंची, जहां सीडीपीओ इंदू देवी जो परसा एवं मकेर के चार्ज में है. उन्होंने केंद्र संख्या 76 जो स्थल बदल कर केंद्र चल रहा था, उसके बारे में मंत्री ने रिपोर्ट मांगी.
साथ ही दर्जनों केंद्र में जांच के क्रम में त्रुटियां मिली. इस पर सीडीपीओ को केंद्र की जांच नहीं करने की बात पर स्पष्टीकरण मांगा. वहीं, बाल विकास कार्यालय के लिपिक पुन्यदेव पासवान से प्रत्येक योजना को पंजी की मांग की गयी, जहां लिपिक के द्वारा पोषाहार अभिप्रमाणित पंजी, जन शिकायत पंजी, लॉग बुक पंजी, बैंक रिकॉलेसन पंजी, फर्म सीएल पंजी नहीं नहीं मिलने पर मंत्री एवं निदेशक लिपिक एवं सीडीपीओ पर बिगड़ गयी.
उन्होंने कहा कि आप लोग कार्यालय चला रहे हैं कि खेल कर रहे हैं. इससे अच्छा होता कि आप घर जाकर बैठ जाएं. इस संबंध में मंत्री परवीन अमानुल्लाह ने कहा कि जिस केंद्रों की जांच हुई है, उस पर उचित कार्रवाई की जायेगी. सीडीपीओ इंदू देवी एवं लिपिक पुण्यदेव पासवान पर काम में लापरवाही बरतने के आरोप में विभागीय कार्रवाई की जायेगी.