मांझी : स्थानीय थाना क्षेत्र के जई छपरा तथा मटियार के बीच सरयू नदी का तटबंध किसी भी क्षण टूट सकता है. नदी के तीव्र धारा तटबंध के निचले हिस्से को जल में विलीन कर चुकी है.
कई पेड़ कटाव के मुहाने पर हैं और वे धराशायी होने के कगार पर है. प्रशासन द्वारा की जा रही रोकथाम के उपाय नदी के विकराल रूप के सामने बौने साबित हो रहे हैं. तटबंध की सुरक्षा प्रशासन के लिए यक्ष प्रश्न बनी हुई है. तटबंध को यदि टूटने से नहीं बचाया गया, तो इस वर्ष की बाढ़ नदी के उत्तरी हिस्से में बसे गांवों के लिए प्रलयंकारी हो सकती है.
उधर, डुमरी, डुमाईगढ़ के बीच कटाव का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. फिलहाल, मांझी का पश्चिमी क्षेत्र प्राकृतिक आपदा के निशाने पर है. अब देखना है कि प्रशासन आपदा से कैसे निबटता है. कटाव को लेकर ग्रामीण दहशत के साये में जी रहे हैं.