Crime news from Samastipur:शाहपुर पटोरी. शाहपुर पटोरी स्थित 25 नंबर रेलवे ढाला के निकट महिला के गले से मंगलसूत्र एवं सोने का चैन छिनने के दौरान लोगों ने दोनों युवकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. उक्त मामले को लेकर थाना क्षेत्र के सिरदिलपुर उसराहा निवासी अजय कुमार उर्फ राजा ने थाने में मामला दर्ज करा कर कार्रवाई की मांग की है. दिए गए आवेदन में उन्होंने लिखा है कि वे अपने दो बहनों को बाजार से पूजा का कपड़ा दिलाकर मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे. 25 नंबर रेलवे ढाला पर रुक कर ढाला खुलने का इंतजार कर रहे थे, इसी दौरान पीछे से दो लड़का एक बाइक पर सवार होकर आया और उनकी दीदी संगीता देवी के गले से एक मंगलसूत्र एवं सोने का चेन छीनकर वापस भागने लगा. मौजूद ग्रामीणों के सहयोग से दोनों लड़का को पकड़ा गया. मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी.पुलिस ने दोनों पकड़े गए लड़कों को कब्जे में लेकर पूछताछ में जुट गई. गिरफ्तार युवक की पहचान विद्यापति धाम थाना क्षेत्र के लहेरिया चौक मऊ बाजार निवासी राज सोनी एवं सूरज सोनी के रूप में की गई है. पुलिस दोनों युवकों को गिरफ्तार कर पूछताछ में जुट चुकी है.
Railway news from Samastipur:दरभंगा-अमृतसर के बीच स्पेशल ट्रेन का परिचालन
समस्तीपुर : ग्रीष्मकालीन अवकाश के अवसर पर यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. इसी कड़ी में और 2 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. गाड़ी संख्या 04608 अमृतसर-दरभंगा स्पेशल 9 मई से 11 जुलाई तक प्रत्येक शुक्रवार को अमृतसर से 20.10 बजे खुलकर विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए रविवार को 02.30 बजे दरभंगा पहुंचेगी. वापसी में गाड़ी संख्या 04607 दरभंगा-अमृतसर स्पेशल 11 मई से 13 जुलाई तक प्रत्येक रविवार को दरभंगा से 04.00 बजे खुलकर विभिन्न स्टेशनों पर रुकते हुए सोमवार को 10.30 बजे अमृतसर पहुंचेगी.Railway news from Samastipur:विगत साल 34 फीसदी मक्का लोडिंग में बढ़ोतरी
समस्तीपुर : समस्तीपुर रेल मंडल ने पिछले वित्त वर्ष में मंडल ने 208 रैक मक्के की ढुलाई करके एक रिकार्ड बनाया है. मंडल ने विगत वित्त वर्ष में 1256 करोड़ रुपये के रिकार्ड राजस्व अर्जित किया है. मंडल ने लोडिंग में 34% की वृद्धि दर्ज किया है. इस अवधि में मंडल ने समस्त भारतीय रेल में सबसे ज्यादा रैक लोड करने में टॉप दस में अपना स्थान बनाया है. यह पूर्व मध्य रेल के लिए बड़ी उपलब्धि है. बताते चलें कि मक्का लोडिंग सबसे अधिक सहरसा, पूर्णिया, सिमरी बख्तियारपुर आदि रैक प्वाइंट पर की जाती है. यहां के भेजे गए मक्के का उपयोग कॉन फ्लोर बनाने में सबसे अधिक होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है