पूसा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित ईंख अनुसंधान संस्थान के तत्वावधान में गन्ना उत्पादन, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धित उत्पादों के बाजारीकरण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की दौर में 2047 विकसित भारत बनाने में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम की महती भूमिका है. वैज्ञानिकों के माध्यम से सतत हो रहे आधुनिक अनुसंधान से गन्ना उत्पादकों के दिशा एवं दशा में परिवर्तन आया है. साथ ही उनके आमदनी में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. गोष्ठी में चीनी मील बगहा, हरिनगर, सुगौली, लोरिया, रीगा, हसनपुर गोपालगंज के प्रगतिशील गन्ना उत्पादक किसानों ने भाग लिया. संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा जलवायु अनुकूल गन्ना प्रभेद, उन्नत तकनीक, मृदा प्रबंधन प्राकृतिक खेती, रोग प्रबंधन पर जानकारी दी गई. वरीय वैज्ञानिक सह परियोजना के मुख्य अन्वेषक डॉ. सीके झा ने किसानों को संबोधित किया. मौके पर संस्थान के वैज्ञानिक एवं कर्मी मौजूद थे.
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