Bihar Bank Loot: बिहार के समस्तीपुर जिले में दिनदहाड़े बैंक लूट की सनसनीखेज वारदात ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है. शहर के व्यस्ततम इलाके में स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र से करीब 5 करोड़ रुपये मूल्य के सोने और 15 लाख रुपये नकद की लूट कर अपराधियों ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. लूट की यह घटना शुक्रवार को दोपहर के समय तब हुई, जब बैंक सामान्य रूप से कार्य कर रहा था. अपराधियों ने बैंक में मौजूद सभी कर्मचारियों और ग्राहकों को बंधक बना लिया और हथियार के बल पर लगभग 45 मिनट तक लूटपाट मचाई.
अपराधियों ने की थी बैंक में फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लुटेरों की संख्या करीब आठ थी और सभी हथियारों से लैस थे. वारदात के दौरान एक अपराधी ने बैंक के अंदर फायरिंग भी की, लेकिन सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ. लूटपाट के बाद अपराधी बैंक का सीसीटीवी डीवीआर, कर्मचारियों और ग्राहकों के मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए. भागने से पहले उन्होंने सभी को बाथरूम और अन्य कमरों में बंद कर दिया.
दो सप्ताह पहले से अपराधी कर रहे थे रेकी
सूत्रों के अनुसार, इस लूट की योजना काफी सुनियोजित तरीके से बनाई गई थी. अपराधियों ने करीब दो सप्ताह तक बैंक की रेकी की थी और बैंक के इंटीरियर की गहराई से जानकारी हासिल कर ली थी. बताया जा रहा है कि अपराधियों को बैंक के भीतर लॉकर और गोल्ड लोन डिपॉजिट वाले स्थानों की सटीक जानकारी थी, जिससे स्पष्ट होता है कि यह लूट किसी लोकल लाइनर की मिलीभगत से अंजाम दी गई है.
पुलिस ने शुरू की छापेमारी
घटना की जानकारी मिलते ही समस्तीपुर पुलिस सक्रिय हो गई. एसपी अशोक मिश्रा के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडे कर रहे हैं. पुलिस ने समस्तीपुर सहित ताजपुर, मुसरीघरारी, बंगरा और आसपास के जिलों में छापेमारी शुरू कर दी है.
घटना के समय बैंक का नहीं बजा सायरन
मिथिला रेंज की डीआईजी डॉ. स्वप्ना गौतम मेश्राम भी घटनास्थल पर पहुंचीं और बैंक कर्मियों से पूरी जानकारी ली. उन्होंने बैंक में सुरक्षा के अभाव और घटना की सूचना देर से मिलने पर नाराजगी जताई. बताया गया कि घटना के वक्त बैंक में कोई सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं था और न ही सायरन बजा था. पुलिस अब बैंक के सायरन सिस्टम की तकनीकी जांच करा रही है.
लूटे गए सोने की कीमत 7 से 7.5 करोड़ रुपये हो सकती है
प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि लुटे गए सोने का अधिकांश हिस्सा गोल्ड लोन धारकों और लॉकर में जमा ग्राहकों का था. बैंक कर्मियों ने बताया कि लूटा गया सोना मौजूदा बाजार मूल्य के अनुसार करीब 7 से 7.5 करोड़ रुपये का हो सकता है. फिलहाल बैंक की पॉलिसी के अनुसार, ग्राहकों को होने वाले नुकसान की भरपाई की प्रक्रिया जांच के बाद ही तय होगी.
घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी वैशाली की ओर भागे
समस्तीपुर पुलिस ने वैशाली सहित अन्य जिलों की पुलिस से भी सहयोग मांगा है. शुरुआती जांच में यह अनुमान लगाया गया है कि अपराधी वैशाली जिले की ओर भागे हैं. पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है. इस लूटकांड ने न केवल पुलिस प्रशासन बल्कि बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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