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जीवन व मौत से जूझ रहा व्यवसायी का पूरा परिवार

समस्तीपुर : स्क्रैप व्यवसायी बद्री गोयनका के घर में घुसकर गुरुवार की रात अपराधियों ने पूरे परिवार को गोलियों से भून दिया. अपराधियों ने जिस तरह से बेखौफ होकर घटना को अंजाम दिया है उससे पता चलता है कि जिले में अपराधियों के आगे पुलिस ने अपने हथियार डाल दिये हैं. शहर के निजी अस्पताल […]

समस्तीपुर : स्क्रैप व्यवसायी बद्री गोयनका के घर में घुसकर गुरुवार की रात अपराधियों ने पूरे परिवार को गोलियों से भून दिया. अपराधियों ने जिस तरह से बेखौफ होकर घटना को अंजाम दिया है उससे पता चलता है कि जिले में अपराधियों के आगे पुलिस ने अपने हथियार डाल दिये हैं. शहर के निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच गोयनका परिवार जूझ रहा है. पत्नी के शरीर से तीनों गोलियां निकल गयी है. परंतु बेटी को कमर के पास लगी गोली फंसी हुई है.

उधर, अपराधियों के टार्गेट पर रहे व्यवसायी बद्री गोयनका के सीने में भी एक गोली फंसी है. पुलिस के समक्ष दिये बयान में इन्होंने कहा कि दो की संख्या की अपराधी देर शाम करीब 9.30 बजे उसके घर पहुंचे थे. पत्नी से दरवाजा खुलवाया. फिर उसी से फोन कराकर व्यवसायी को घर बुलाया. जहां थोड़ी देर बातचीत हुई. अचानक अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इससे व्यवसायी लहुलूहान होकर गिर गये. फायरिंग की आवाज पर पहुंची व्यवसायी की पत्नी सोनम गोयनका व बेटी अदिति पर भी ताबड़तोड़ फायरिंग की. फिर आराम से दोनों अपराधी वापस शहर की ओर लौट गये.

इधर, व्यवसायी पर फायरिंग के बाद लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है कि जब व्यवसायी बद्री गोयनका को जान का खतरा था फिर प्रशासन ने उसकी सुरक्षा की अनदेखी क्यों की. बता दें कि करीब पांच वर्ष पूर्व उक्त व्यवसायी के हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद तत्कालीन एसपी वरुण कुमार सिन्हा की अनुसंशा पर डीएम ने हथियार का लाइसेंस दिया था.

लेकिन पिछले एक साल से लाइसेंस के नवीनीकरण की फाइल समाहरणालय में घूम रही है. जानकार बताते हैं कि घटना में शामिल अपराधियों को भी इसकी भनक थी. घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों का आतंक कुछ इस कदर बाजार के लोगों पर छाया हुआ है कि सब कुछ जानने व देखने के बाद भी लोगों की जुबान बंद हैं.

पुलिस छावनी में तब्दील रहा अस्पताल: शहर के जिस अस्पताल में जख्मियों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. उस अस्पताल को पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन के आदेश पर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. खासकर व्यवसायी परिवार की सुरक्षा में पिछले 24 घंटे से एक दारोगा के नेतृत्व में दो टाइगर जवान और एक सेक्शन फोर्स को तैनात किया गया है. इतना ही नहीं जख्मी व्यवसायी को जांच में भेजने के दौरान भी पूरी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करायी गयी थी.

अस्पताल में शुभचिंतकों का लगा रहा तांता: घटना की सूचना कुछ ही देर में शहर एवं आसपास के इलाकों में आग की तरह फैल गयी थी. अस्पताल में जख्मी व्यवसायी के शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ था. शुक्रवार को राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन, नप अध्यक्ष तारकेश्वर गुप्ता, उपाध्यक्ष शारिक रहमान लवली, जिप उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह सहित दर्जनों व्यवसायी, संवेदक व्यवसायी का हाल जानने के लिए पहुंचे थे.

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