समस्तीपुर : सरकारी राशि आमजनों के लिए बनी योजनाओं में उपयोग आती है. मगर, डाक विभाग में सरकारी राशि अब डाककर्मियों के एसी, फ्रीज, टीवी के बिजली बिल के भुगतान के काम में आ रही है. प्रधान डाकघर की राशि से पोस्टल कॉलोनी के रहने वाले परिवारों के बिजली उपयोग के मद में आये बिल की राशि दी जा रही है. औसतन प्रत्येक माह प्रधान डाकघर 26 से 30 हजार की राशि का भुगतान अपने कोष से कर रहा है. वहीं कर्मचारी बिजली बिल के नाम पर जो राशि भुगतान कर रहे हैं वह नाम मात्र के है.
बताते चलें कि पोस्टल कॉलोनी में डाक विभाग व आरएमएस के कर्मचारियों के 23 परिवार रहते हैं. इन परिवारों से डाक विभाग बिजली के विपत्र के तौर पर 16100 रुपये का वसूली करता है. वहीं प्रत्येक माह बिल इससे कई गुणा अधिक का आता है. विगत माह डाक विभाग ने पोस्टल कॉलोनी के बिजली बिल के मद में 44 हजार की राशि का भुगतान किया है. विभाग की मानें तो प्रत्येक परिवार से बिजली बिल के तौर पर 700 रुपये की वसूली की जाती है. वहीं विभाग को इससे कई गुणा अधिक बिल का भुगतान करना पड़ रहा है.
कर्मियों ने कहा, पंप हाउस का आ रहा बिल
पोस्टल कॉलोनी में डाक कर्मचारियों व पंप हाउस के लिए अलग-अलग मीटर लगाया गया है. इस बाबत कई डाक कर्मियों ने कहा कि पंप हाउस का बिल का भुगतान उनकी ओर से नहीं भुगतान हो सकता है.
वहीं प्रधान डाकघर की ओर से इस बाबत डाक अधीक्षक को भेजे पत्र में पंप हाउस का बिल की राशि भी सभी परिवारों में समान रूप से बांटने को कहा गया है. बताते चलें कि दो साल पहले तक प्रधान डाकघर कर्मचारियों से बिजली बिल के रूप में केवल 100 रुपये ही वसूली करता था. प्रधान डाकघर के आपत्ति जताने के बाद इस राशि को सौ रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रत्येक माह किया गया. लेकिन, सरकारी राशि का दुरुपयोग अभी भी बदस्तूर जारी है.