बीपीआरओ ने कहा, जांच कर की जायेगी कार्रवाई बनमा ईटहरी. सरकारी योजना की बंदरबाट देखनी है तो बनमा ईटहरी प्रखंड के सहुरिया पंचायत आकर देख लीजिए. हराहरी गांव के वार्ड संख्या 16, 17 में लाखों रुपए की लागत से बन रहे सड़क निर्माण कार्य में जमकर अनियमितता बरती जा रही है. ग्रामीणों को यह तक पता नहीं है कि किस मद् से यह सड़क बन रही है और कितने की कुल लागत है और उसमें प्राक्कलन के अनुरूप कार्य हो रहा है की नहीं. ताज्जुब तो तब हो गया, जब उप मुखिया रीणा देवी ने अपने ही घर आंगन एवं दरवाजे तक सड़क बना दी. या यूं कह सकते हैं कि पशुओं के बैठने के लिए फर्श तैयार हो गया है. बगैर मिट्टी दिये तीन नंबर ईट से सोलिंग का कार्य हो रहा है. हराहरी स्कूल के समीप भी बगैर मिट्टी के आनन-फानन मे सोलिंग कर दी गयी. बताते चलें कि किसी भी सड़क को बनाने से पूर्व उसकी लंबाई, चौड़ाई की माप इंजीनियर द्वारा ली जाती है और जहां सड़क की जरूरत हो, वहां आम जनहित को देखते हुए निर्माण कार्य होता है. पर्सनल किसी एक व्यक्ति के लिए सरकार के द्वारा सड़क बनाने का कोई प्रावधान नहीं है. नियम यह भी है कि अब सरकारी योजनाओं को निजी जमीन में बनाने के लिए पहले जमीन मालिकों से स्टांप पेपर पर सहमति लेनी पड़ती है. उसके बाद निर्माण कार्य होता है. लोगों में चर्चा है कि बगैर ग्रामसभा किये ही योजना प्रारंभ कर दिया गया है. इस संबंध में पंचायत तकनीकी सहायक दिवाकर कुमार ने बताया कि हमें जानकारी नहीं है. फोटो भेजिए जांच करवाते हैं. मामले को लेकर बनमा बीपीआरओ पीयूष कुमार ने बताया कि जानकारी प्राप्त हुई है. जेई से पूछताछ कर रहे हैं. वहीं इस पूरे मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी गुलशन कुमार झा ने बताया कि मापदंड के विरुद्ध कार्य किया होगा तो कार्यवाई की जायेगी.
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