सहरसा : बिहार के सहरसा शहर में लगातार बढ़ रहे अपराध के बाद पुलिस ने अपराधियों के विरूद्व कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार के निर्देश पर सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सदर थाना क्षेत्र में कुछ महीनों में घटित चार लूटकांड व सौरबाजार थाना क्षेत्र के समदा में गैस एजेंसी लूटकांड का उद्भेन वैज्ञानिक तरीके से करने में सफलता प्राप्त की है.
सदर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास ने बताया कि एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने कहरा कुटी स्थित गुप्ता ब्रदर्स में बीते 30 अप्रैल को घटित लूट, बीते आठ जनवरी को डीबी रोड में यूबीजीबी के कलेक्शन एजेंट से लूट व गोली मारने की घटना, बीते दो जनवरी को तिरंगा चौक पर पॉलिटेक्निक स्टाफ से लूट, सराही में गृहस्वामी को बीते 13 फरवरी को बंधक बना कर लूटपाट करने की घटना, सौरबाजार थाना क्षेत्र के समदा गैस एजेंसी में लूट की घटना में शामिल पांच अपराधीको गिरफ्तारकिया गयाहै. इनमें सदर थाना क्षेत्र के इस्लामियां चौक निवासी मो हैदर उर्फ बंगाली टाइगर, गांधी पथ निवासी रौशन कुमार, कहरा निवासी प्रमोद दास, रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी राकेश सिन्हा को लूट की 24 हजार नगदी, दो मोबाइल व लूट में प्रयुक्त दो बाइक के साथ गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि पूछताछ में सभी अपराधियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
हैदर मास्टरमाइंड तो प्रमोद था लाइनर
सदर एसडीपीओ ने बताया कि इन लूट की घटना में मो हैदर मास्टराइंड की भूमिका निभायी. उन्होंने बताया कि हैदर व कहरा निवासी प्रमोद दास के बहनोई सुपौल मंडल कारा में बंद कैदी मुन्ना दास के बीच काफी अच्छा संबंध है. गुप्ता ब्रदर्स में लूट की घटना को अंजाम देने के लिए हैदर ने प्रमोद को लाइनर की जिम्मेवारी दी. कई दिनों तक रेकी करने के बाद बीते 30 अप्रैल को घटना को अंजाम दिया.
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इनलोगों ने वहां से एक लाख 20 हजार नगद व मोबाइल की लूट की थी. उन्होंने बताया कि सब्जी विक्रेता सराही निवासी सगीर के घर से लगभग एक लाख नगद, 50 हजार का जेवरात, लैपटाप, टीवी सहित अन्य सामान अपने साथ ले गये थे. पुलिस ने लूटा मोबाइल बरामद कर लिया है. वहीं इस मामले में बीते 21 अप्रैल को भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके अलावे पूछताछ में कई कांडों का खुलासा किया है.
घटना को अंजाम देकर जाता था दिल्ली
एसडीपीओ ने बताया कि घटना को अंजाम देकर अपराधी दूसरी जगह चले जाते थे. इन घटनाओं को भी अंजाम देने के बाद कुछ अपराधी दिल्ली चले गये थे. पुलिस इनलोगों की हरेक गतिविधि पर नजर रख रही थी. पुलिस को जैसे ही पता चला कि सभी अपराधी सदर थाना क्षेत्र में आ गये हैं. गुप्त सूचना व वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. टीम में सदर थानाध्यक्ष भाई भरत, पुअनि नितेश कुमार, कमलेश सिंह, सअनि सुशील कुमार सिंह सहित अन्य शामिल थे.