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दार्जिलिंग, गंगटोक जाने का बन रहा प्लान

अगले महीने सहरसा-पूर्णिया रूट के चालू होने के साथ एनजेपी या सिलीगुड़ी के लिए ट्रेन देने की मांग हो रही है. कोसीवासी भूटान और नेपाल जाने का भी प्लान बना रहे हैं. आयुष कुमार सिमरी नगर : गरमी की छुट्टियों की शुरुआत के साथ ही कोसीवासी भी अपना होलीडे प्लान करने लगे हैं. कुछ गरमी […]

अगले महीने सहरसा-पूर्णिया रूट के चालू होने के साथ एनजेपी या सिलीगुड़ी के लिए ट्रेन देने की मांग हो रही है. कोसीवासी भूटान और नेपाल जाने का भी प्लान बना रहे हैं.
आयुष कुमार
सिमरी नगर : गरमी की छुट्टियों की शुरुआत के साथ ही कोसीवासी भी अपना होलीडे प्लान करने लगे हैं. कुछ गरमी की छुट्टि˜यों का आनंद लेने पहाड़ी इलाकों की यात्रा पर निकल चुके हैं तो कुछ कहां जायें, इस पर विमर्श में लगे हैं. हालांकि इस बार यह देखा जा रहा है कि कोसी के लोग नॉर्थ इस्ट की ओर ज्यादा आकर्षित हैं.
नजदीक एवं मनोरम वादियों दोनों मुख्य वजहें उन्हें वहां जाने को मजबूर कर रही है. वहीं घुमने के शौकीनों ने सहरसा-पूर्णिया रूट के अगले महीने चालू होते ही सहरसा से न्यू जलपाईगुड़ी या सिलीगुड़ी के लिए ट्रेन देने की मांग की है, ताकि उनकी यात्रा और सुखद हो सके. सहरसा से सटे बनगांव निवासी टेलीकॉम कम्पनी में कार्यरत नीतीश कुमार ने बताया कि वह अगले महीने की शुरुआत मे गंगटोक जा रहे हैं. वहीं सहरसा निवासी स्कूली छात्र अंकुर अनिकेत उर्फ सीनू इन गर्मियों की छुट्टि˜यों मे मम्मी-पापा संग भूटान जाने की जिद्द पर अड़ा हुआ है.
दार्जिलिंग
दार्जिलिंग, नाम सुनते ही राजेश खन्ना पर फिल्माया मशहूर गाना मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू याद आ जाता है, जिसकी शूटिंग वर्षों पूर्व दार्जीलिंग के टॉय ट्रेन पर हुई थी. बिहार से सटे पश्चिमी बंगाल का जिला दार्जिलिंग हमेशा से कोसीवासियों के लिए घुमने का मुख्य केंद्र रहा है. यहां घुमने की तो कई जगहें हैं, लेकिन शाक्या मठ, माकडोग मठ, जापानी मंदिर, घूम मठ आदि ऐसी कई मठ हैं, जो दार्जिलिंग जाने वाले हरेक पर्यटक को आकर्षित करती है.
इसके अलावे दार्जिलिंग का मशहूर चिड़ियाघर भी पर्यटक को अपनी ओर खींचता है, जहां साइबेरियन बाघ और तिब्बतियन भेड़िये सबको अपनी तरह आकर्षित करते हैं. इसके साथ दार्जिलिंग जाने वाले यहां टाईगर हिल, चाय बगान और टॉय ट्रेन का आनंद लेते हैं. यदि आप दार्जिलिंग जाना चाहते हैं तो सहरसा, सुपौल, मधेपुरा से आप सड़क मार्ग द्वारा कुछ घंटों की यात्रा कर सिलीगुड़ी जा सकते हैं. वहीं सिलीगुड़ी के लिए सहरसा से हर रोज सुबह सात बजे बस भी खुलती है. वहीं आप ट्रेन मार्ग से मानसी जा कर वहां से सिलीगुड़ी या न्यू जलपाईगुड़ी की ट्रेन पकड़ जा सकते हैं और सिलीगुड़ी से दो घंटे की यात्रा कर दार्जिलिंग पहुंच सकते हैं.
नामची सिक्किम का छोटा-सा जिला नामची गंगटोंक के बाद सिक्किम्म के दूसरे सबसे चर्चित पर्यटन स्थल में से एक है. यहां नामची मठ, रालंग मठ, चार धाम, चाय बगान, बायचुंग भूटिया फुटबॉल स्टेडियम, साईं घर आदि प्रमुख घुमने के स्थल हैं. नामची जाने के लिए आपको सिलीगुड़ी पहुंचना होगा, जहां से आपको थोड़ी-थोड़ी देरी पर कई छोटी गाड़िया नामची जाने के लिए मिलेंगी.

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