सहरसा : बिहार के सहरसा में सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के महम्मदपुर पंचायत के भवदेवा निवासी रामजानकी ठाकुरबाड़ी के महंत 75 वर्षीय कपिलेश्वर दास उर्फ कारी यादव को दशमी की रात्रि कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार कर मौत के घाट उतार दिया गया. कपिलेशवर दास करीब पिछले पचास वर्षों से राम जानकी ठाकुरबाड़ी का महंत था. बुधवार की सुबह करीब पांच बजे पप्पू राम जब ठाकुरबाड़ी पहुंचा तो देखा कि महंत बिछावन पर है. आवाज देने पर नहीं उठे तो बगल में जाकर देखा तो खून से लथपथ पाया. जिसके बाद उसने हल्ला किया तो ग्रामीण पहुंचे. पुलिस को सूचना देने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सहरसा भेज दिया.
पुलिस ने जब सभी से पूछताछ शुरू की तो महंत की मंझली लड़की छेदो देवी ने अपने फर्द बयान में कारी यादव से बिजली लगाने के दौरान महंत जी को देख लेने की बात बतायी. पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते कारी यादव को धर दबोचा जब पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. वादी के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है. महंत की नृशंस हत्या के बाद आसपास से हजारों लोग घटनास्थल पर पहुंच गये और महंत की हत्या करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की.
बख्तियारपुर पुलिस अवर निरीक्षक कृष्णा कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. मृतका के मंझली लड़की छेदी देवी के फर्द बयान के अधार पर कार्यवाही करते हुए कारी यादव को बलवाहाट ओपी अध्यक्ष हरेश्वर सिंह ने त्वरित कार्यवाही करते कारी यादव को हिरासत में लिया है. आगे जांच की जा रही है कि हत्याकांड में और कौन लोग शामिल हैं. मौके पर महम्मदपुर पंचायत के मुखिया रमेश यादव, जदयू युवा नेता विनय कुमार यादव, जदयू जिला अध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया, जदयू पंचायत अध्यक्ष सुनील यादव, राजद पंचायत अध्यक्ष रंजीत पंजियार सहित अन्य मौजूद थे. मालूम हो कि महंत को तीन पुत्री है. जिसमें सभी पुत्री की शादी हो गयी है. मंझली लड़की गांव में ही रहती है.