नहीं चेता जिला प्रशासन, चार माह में बम विस्फोट की दूसरी घटना
Advertisement
कोर्ट की सुरक्षा फिर घेरे में
नहीं चेता जिला प्रशासन, चार माह में बम विस्फोट की दूसरी घटना सासाराम (कोर्ट) : चार माह के अंदर सिविल कोर्ट के पास बम विस्फोट की दूसरी घटना बुधवार को हुई. इस घटना ने न्यायिक पदाधिकारियों व वकीलों के बीच का असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है. बुधवार की दोपहर में लंच ऑवर […]
सासाराम (कोर्ट) : चार माह के अंदर सिविल कोर्ट के पास बम विस्फोट की दूसरी घटना बुधवार को हुई. इस घटना ने न्यायिक पदाधिकारियों व वकीलों के बीच का असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है. बुधवार की दोपहर में लंच ऑवर समाप्त होते ही न्यायालयों में सुनवाई शुरू ही हुई थी कि बम विस्फोट की भयानक गूंज ने पूरे कचहरी परिसर को हिला कर रख दिया. चैंबरों से निकल कर वकील पूछने लगे क्या हुआ,
क्या हुआ? आवाज को लेकर बने असमंजस की स्थिति में कोई कुछ कह नहीं पा रहा था. इससे पहले 13 मार्च को हुई बम विस्फोट की घटना के बाद जिला प्रशासन में सुगबुगाहट हुई थी. आनन-फानन में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये. मेटल डिटेक्टर से लाेगों की जांच की जाने लगी.
साथ ही कचहरी परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गयी. ताजा घटनाक्रम ने पूरे कचहरी परिसर को हिला कर रख दिया. साथ ही कचहरी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. बुधवार की दोपहर घटना में बाइक सवार की मौत व दो लोग घायल हो गये हैं. अगर यह विस्फोट परिसर के अंदर होता तो तस्वीर कुछ और होती. घटना के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है. जांच में क्या मिलता है इस में समय लगेगा. लेकिन अगर कोर्ट परिसर का कैमरा आॅन होगा तो सच्चाई जल्द ही सामने आ जायेगी.
बम धमाके से दहला कंपनी सराय मुहल्ला: सासाराम कोर्ट परिसर से सटे दक्षिण दिशा में कंपनी सराय मुहल्ला बम के धमाके से दहल गया. बहुत तेज धमाका हुआ है? क्या बात है. कुछ लोगों का कहना था कि ट्रक या बस का टायर फटा होगा. संतोष सिंह ने बात काटते हुए कहा टायर फटने का यह आवाज नहीं है.
उत्तर दिशा में कचहरी के आस पास में तेज आवाज हुआ है. कुछ लोग दौड़ कर जीटी रोड तक आये. पता चला बम फटा है. लोग इधर-उधर भागते दिखे. तब तक बहुत से घरों के लोग हाल जानने के लिए निकल चुके थे़
पिछली बार 13 मार्च को हुआ था विस्फोट
जख्मी को 10 मिनट तक उठाने नहीं पहुंची पुलिस
13 मार्च को कचहरी के सामने ही बाइक में रखे बम विस्फोट के बाद प्रशासन ने कचहरी की सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर व सीसीटीवी कैमरे की वयवस्था की. कचहरी के अंदर आने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस कर्मियों को नजर रखने की हिदायत की गयी थी.
कुछ दिनों तक पुलिस कर्मियों में सर्तकता देखी गयी. बाद में वह महज औपचारिकता बन कर रह गयी. पुलिस की सक्रियता का नजारा बुधवार को उस समय देखा गया जब विस्फोट के लगभग 10 मिनट तक खून से लथपथ बाइक सवार को अस्पताल पहुंचाने तक की पुलिस कर्मियों ने जहमत नहीं उठायी.
भीड़ में ही मौजूद कुछ लोगों ने उसे ऑटो में बिठा कर अस्पताल पहुंचाया. पुलिस की निष्क्रियता के चलते ही कचहरी के मुख्य द्वार पर बाइक खड़ी कर दी जाती है.
व्यवहार न्यायालय परिसर का कैमरा ऑन रहा होगा, तो बम विस्फोट की घटना की सच्चाई जल्द आयेगी सामने
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement