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रुपये की होगी वसूली
साम्रगी खरीद घोटाले में लिप्त लोगों पर शामत नगर पर्षद में एलइडी, हाइमास्ट लाइट, यूरिनल, लैपटॉप आदि सामग्री की खरीद में हुए घोटाले में शामिल लोगों पर शामत आने वाली है. विभागीय निदेशक ने डीएम से इसमें शामिल कर्मचारियों को चिह्नित कर अनुसानात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है्. सासाराम कार्यालय : नगर पर्षद में […]
साम्रगी खरीद घोटाले में लिप्त लोगों पर शामत
नगर पर्षद में एलइडी, हाइमास्ट लाइट, यूरिनल, लैपटॉप आदि सामग्री की खरीद में हुए घोटाले में शामिल लोगों पर शामत आने वाली है. विभागीय निदेशक ने डीएम से इसमें शामिल कर्मचारियों को चिह्नित कर अनुसानात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है्.
सासाराम कार्यालय : नगर पर्षद में हाइ मास्ट लाइट, डेकोरेटिव पोल, लैपटॉप, यूरिनल, एलइडी आदि की खरीद में हुए घोटाले के रुपये वसूले जायेंगे. इस संदर्भ में नगर विकास विभाग के निदेशक सह संयुक्त सचिव भरत झा ने 31 मई को डीएम के नाम एक पत्र भेजा है. पत्र में कहा है कि उपरोक्त सामग्रियों की खरीद में वित्तीय अनियमितता पायी गयी है. नगर पर्षद से भिन्न अभियंताओं का दल गठित कर क्रय सामग्रियों का मूल्यांकन व मूल्यांकित राशि के विरुद्ध भुगतान का गणना कराने के साथ राशि की वसूली के लिए प्रतिवेदन देने को कहा है.
इसके साथ ही इस अनियमितता में कार्यपालक पदाधिकारी को अधिनस्थ कर्मियों की संलिप्तता चिह्नित कर अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. वहीं, दूसरा पत्र 31 मई को ही नगर पर्षद में सामग्रियों की खरीद में अनियमितता पाये जाने के फलस्वरूप किसी प्रकार के अग्रेतर भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्देश कार्यपालक पदाधिकारी को दिया है. घोटाले में नगर प्रबंधक की संलिप्तता पायी गयी है. निदेशक ने इओ को नगर प्रबंधक से स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रतिवेदन मंतव्य के साथ मांगा है.
नगर पर्षद में करोड़ो रुपये के घोटाले में अब कार्रवाई होनी शुरू हो गयी है. अब तक मुख्य पार्षद व कार्यपालक पदाधिकारी तक ही कार्रवाई सीमित थी. नगर विकास एवं आवास विभाग के निदेशक के पत्र आने पर सिटी मैनेजर व कर्मचारियों तक पर कार्रवाई की बात होने लगी है. निदेशक के पत्र में सिटी मैनेजर के घोटाले में संलिप्त होने की बात कही गयी है. इधर, नगर पर्षद में चर्चा है कि तत्कालीन सिटी मैनेजर सरकारी गवाह बन सकते हैं. इसके पीछे भाईयों का तर्क है कि सिटी मैनेजर का स्थानांतरण हो चुका है. वह अपने बचाव में सरकारी गवाह बन सकते हैं.
हट सकती है चेक के भुगतान पर लगी रोक
नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा निर्गत चेकों पर लगी रोक शुक्रवार से हट सकती है. कोषागार पदाधिकारी ने इस संदर्भ में पत्र भेजा है. 31 मई को नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव व विशेष सचिव नगर पर्षद के मुख्य व उप मुख्य पार्षद को भेजे पत्र में कहा है कि मुख्य पार्षद नाजिया बेगम द्वारा 22 अप्रैल को नगर पर्षद के इओ के कतिपय चेकों के भुगतान पर रोकने का पत्राचार किया गया था. चूंकि, मुख्य पार्षद को विभाग ने अपदस्त कर दिया है. इओ ने इसकी सूचना दे कर चेक पारित करने का अनुरोध किया है. यदि चेक पारित करने में कोई आपत्ति हो, तो दो जून 2016 के अपराह्न तक सूचना दें.
अन्यथा कोषागार द्वारा भुगतान की कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी. कोषागार पदाधिकारी के उपरोक्त पत्र से कयास लगाया जा रहा है कि नगर पर्षद के इओ के निर्गत चेकों का भुगतान शुक्रवार से शुरू हो जायेगा. इसके पीछे तर्क है कि मुख्य पार्षद रही नहीं. उप मुख्य पार्षद को अधिकार नहीं व प्रधान सचिव व विशेष सचिव इस संदर्भ में निर्देश देने से रहे. क्योंकि, पहले भी मांगने के बावजूद कोइ निर्देश नहीं मिला है. इन परिस्थितियों से चेक के भुगतान पर रोक हटने की पूर्ण संभावना बन गयी है.
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