-खेतलपुर की घटना से मर्माहत हैं लोग
बिक्रमगंज (कार्यालय) : संझौली थाना क्षेत्र के खेतलपुर गांव में माता-पिता व बड़ी बहन की हत्या के बाद घर में तीन अबोध बच्चों का पालनहार कौन होगा, यह सभी की जुबान पर है.
माता-पिता व बहन की गलती की सजा बच्चों को क्यों मिली, यह सवाल लोग एक-दूसरे से कर रहे हैं. आखिर ये बच्चे कहां जायेंगे, यह हत्यारों ने क्यों नहीं सोचा. क्या परिवार की प्रतिष्ठा का बहाना बना माता-पिता व बहन की हत्या करने वाला परिवार इन बच्चों का पालन हार बनेंगे व अगर नहीं बनेंगे, तो ऐसा निर्णय लेने का उन्हें किसने अधिकार दे दिया.
गौरतलब है कि संझौली थाने के खेतलपुर गांव में दो युवकों द्वारा अपने चाचा-चाची व चचेरी बहन की हत्या इसलिए कर दी गयी कि वे इनके परिवार की प्रतिष्ठा का हनन कर रहे थे. कथित परिवार की प्रतिष्ठा के हनन में मासूम बच्चा साहिल (10 वर्ष), रुचिका (14 वर्ष) व छोटी (12 वर्ष) का क्या कसूर था.
इससे ये अबोध बच्चे बिल्कुल अनभिज्ञ है. क्या हत्यारे इनके भरण-पोषण का जिम्मेवारी निभायेंगे और अगर नहीं निभायेंगे, तो इनके द्वारा गलत या सही कार्य अपनाया जाता है, तो इससे उनके परिवार की प्रतिष्ठा वापस लौट कर आ जायेगी? इस तरह के कई सवाल लोगों की जुबान पर हैं. जब से यह घटना हुई है, तब से यही चर्चा इलाके लोग कर रहे हैं.
संझौली थाना क्षेत्र के खेतलपुर में दो भाई लाल बाबू सिंह व संतोष सिंह ने अपने चाची अनीता देवी और चचेरी बहन प्रिया कुमारी की गोली मार दी थी. वहीं, चाचा वकील सिंह को चाकू से गोद कर मार डाला गया.