उद्घाटन से पहले ही टूटने लगी भवन का दरवाजा व खिड़कियां प्रतिनिधि, अमौर. अमौर प्रखंड क्षेत्र के तीन पंचायत, आमगाछी, झौवारी एवं तालबाड़ी पंचायतों में लगभग दस वर्ष पूर्व करोड़ों रुपये की लागत से बनाये गये पंचायत सरकार भवन निरर्थक साबित हो रहा है और उद्घाटन से पहले ही यह तीनों पंचायत सरकार भवन खंडहरों में तब्दील हो चुका है. इन पंचायत सरकार भवनों अंदर एवं बाहर कचरे का अंबार लगा हुआ है और भवन का दरवाजा व खिड़कियां टूटने लगी है. ज्ञात हो की पूर्व में बिहार सरकार ने तीन पंचायत के लिए एक पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराये जाने तथा इसे मिनी ब्लॉक का नाम दिया गया था. बाद में सभी पंचायत में पंचायत सरकार भवन बनाने की घोषणा की गयी लेकिन अमौर में तीन पंचायत में 10 वर्ष पूर्व लगभग करोडों रुपए खर्च कर भवन बनाया गया, लेकिन ऐसे में बिहार सरकार का यह महत्वकांक्षी योजना धरातल पर नहीं उतर पा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायत सरकार भवन का निर्माण करा कर एक ही छत के नीचे पंचायत का सभी विभाग का कार्यालय खोलने का मुख्य उद्देश्य था. मुखिया का चैंबर, सरपंच के लिए न्याय का सभागार, पंचायत सचिव, राजस्व कर्मचारी का कार्यालय, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास सहायक, किसान सलाहकार आदि का कार्यालय पंचायत सरकार भवन में स्थापित कर लोगों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधा उपलब्ध कराना उद्देश्य था. लेकिन पंचायत सरकार का निर्माण के बाद से आज तक चालू नहीं होने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. स्थानीय लोग शमीम अहमद, रमजान अली, मोहसिन आलम, राजू कुमार, मोहन कुमार, अभिनाश कुमार, अनवर अहमद, निरोज़ आलम, मुनाजिर आलम ने बताया कि जब पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण हो रहा था तो हम लोगो में काफी खुशी थी कि अब लोगों को पंचायत के कोई भी कार्य को लेकर प्रखंड मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा सभी सुविधाएं पंचायत सरकार भवन में ही मिल जाएगी. लेकिन यह एक सपना बनकर ही रह गया वहीं उद्घाटन से पहले ही पंचायत सरकार भवन खुद बीमार पड़ गया. स्थानीय ग्रामीणों ने इस दिॆशा में साकारात्मक पहल करने का अनुरोध जिला पदाधिकारी पूर्णिया से की है.
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