पूर्णिया. बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन सह-किसान मेला में भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णिया द्वारा प्रदर्शनी लगायी गयी. इसमें मुख्य आकर्षण पोषक तत्वों का खजाना मखाना, हल्दी एवं ओल की बीज आदि रहा. इस अवसर पर सह अधिष्ठाता-सह-प्राचार्य डॉ. दिलीप कुमार महतो ने बताया कि किसान मेले में विश्वविद्यालय के अन्तर्गत आनेवाले कुल छः महाविद्यालयों यथा बिहार कृषि महाविद्यालय, सबौर भागलपुर, भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णिया, मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, अगवानपुर सहरसा, डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज, नालंदा उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय एवं वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डुमरांव द्वारा अलग-अलग स्टॉल प्रदर्शनी लगायी गयी थी. इसमें भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णिया को द्वितीय स्थान प्रदान किया गया. प्राचार्य ने इस उपलब्धि हेतु प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि किसान मेला में महाविद्यालय को द्वितीय पुरस्कार मिलना इस महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के अनुसंधान अध्ययन में रूचि को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही स्टॉल प्रदर्शनी की तैयारी में सक्रिय रूप से जुड़े हुए सभी संबंधित वैज्ञानिकों, कर्मचारियों छात्र-छात्राओं को हृदय से आभार व्यक्त करते हुए साधुवाद दिया और महाविद्यालय की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की.इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिक डा. रणवीर कुमार, डा. आषीष रंजन, मखाना वैज्ञानिक डा. अनिल कुमार, डा. तपन गोरई, डा. एन. के. शर्मा, डा. आषीष चौरसिया, श्रीमती स्नेहा सुमन, डा. बालकृष्ण एवं कर्मचारियों में श्रवण कुमार, चालक सुनील कुमार वर्मा, श्री अनिल दास आदि साथ ही साथ स्नातक कृषि में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं सक्रिय रूप से उपस्थित रहे. लगातार दो दिनों तक चलने वाले इस किसान मेले का विषय था कृषि-उद्यमिता के माध्यम से किसानों की समृद्धि. इस मेले का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां के ने किया था. फोटो-13 पूर्णिया 2- स्टॉल प्रदर्शनी में शामिल छात्र- छात्रा एवं अन्य.
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