आनंद तिवारी/ Bihar News: बिहार में कूरियर कंपनियों के माध्यम से प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई की जा रही है. औषधि नियंत्रक प्रशासक चुनेंद्र महतो की देखरेख में की गई छापेमारी में करीब 12 लाख रुपये की प्रतिबंधित दवाएं पकड़ी कई थी. पकड़े गये मिथलेश कुमार सिंह व दीपक सिंह ने बताया था कि कुरियर कंपनियों के माध्यम से वह पटना में प्रतिबंधित दवाएं मंगवाते हैं और पूरे बिहार में इसकी सप्लाई करते हैं. जिसको देखते हुए अब अलग से ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम का गठन किया गया है.
लोकल नेटवर्क खंगाल रही है ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम, होगी छापेमारी
सूत्रों के मुताबिक हर महीने आरोपी दीपक व उसका भाई यूपी व उत्तरांचल से इतना ड्रग्स आता था, जिससे वह वाचस्पति नगर स्थित अपने गोदाम में पैक कर बिहार के अलग-अलग जिलों में भेजने का काम करते थे. इसे परमानेंट ग्राहकों के पास भेज देता था. ड्रग विभाग आरोपी के मोबाइल के कॉल डिटेल, वाट्सऐप मैसेज आदि की जांच कर रही है. इससे उसके कुछ रेग्यूलर ग्राहकों के नंबर भी मिले हैं. सूत्रों के अनुसार जांच में पता चला है कि आरोपित ब्रांडेड कंपनियों का रैपर बदलकर भी दवाओं को मंगवाते थे.
ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम गठित
इनमें सबसे अधिक रेड्डी, लूपिन, जीएसके, एस्ट्राजेनेका फार्मा, एरिस्टो, ज्य्दुस हेल्थकेयर, रैकेट ब्रोनकाइजर, पीएंडजी, ग्लेनमार्क, मेकाइंड और बायो आयल जैसे ब्रांड के नाम पर भी दवाएं मंगवाते थे. इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए ड्रग कंट्रोलर की ओर से पटना सहित पूरे बिहार में अलग-अलग ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम गठित की कई है जो कुछ चिह्नित कुरियर कंपनियों पर औचक छापेमारी करेंगी. इससे पूर्व बीते 23 अप्रैल को सारण जिले के दरियापुर थाना की पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर लाखों रुपये की अवैध दवा के कारोबार का पर्दाफाश किया था. ब्रांड प्रोटेक्शन कंपनी के कर्मी सैदुल्लाह के बयान पर आरोपित के खिलाफ संबंधित थाने में एफआइआर दर्ज की गई थी.
क्या कहते हैं अधिकारी
बिहार ड्रग कंट्रोलर नित्यानंद क्रिशलय ने कहा कि गुप्त सूचना के माध्यम से पता चला है कि कुरियर कंपनियों के माध्यम कई ब्रांडेड दवाएं पटना सहित पूरे बिहार में मंगाई जा रही हैं, जो पूरी तरह से प्रतिबंध है. हाल ही में शहर के पटना सिटी स्थित वाचस्पति नगर में हुई छापेमारी में इसका खुलासा हुआ है. इसको देखते हुए पूरे बिहार में एक अभियान चलाकर औचक छापेमारी की जायेगी. इसके लिए ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम का गठन कर लिया गया है और निर्देश भी जारी किया गया है.
Also Read: Exclusive: बिहार में 50 डाकघर एटीएम 25 दिनों से बंद, नकदी संकट से जूझ रहे लाखों खाताधारक