संवाददाता,पटना दक्षिण अमेरिका के गुयाना में प्रत्येक वर्ष 5 मई को भारतीय आगमन दिवस के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस साल भारतीय आगमन दिवस के अवसर पर दक्षिण अमेरिका के गुयाना में सीता बिहार की बेटी विषय पर एक प्रदर्शनी आयोजित की गयी. प्रदर्शनी का आयोजन बिहार संग्रहालय, पटना की ओर से युवा एवं खेल मंत्रालय, गुयाना; भारतीय उच्चायोग, गुयाना और स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केन्द्र जार्जटाउन, गुयाना के सहयोग से किया गया. गुयाना के संस्कृति, युवा एवं खेल मंत्री चार्ल्स एस रामसन ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार झा और संग्रहालयाध्यक्ष डॉ रवि शंकर गुप्ता बिहार संग्रहालय के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए, गुयाना में भारत के उच्चायुक्त डॉ अमित तेलंग और अन्य दूतावास के राजदूत भी उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित रहे. जार्जटाउन में आयोजित यह प्रदर्शनी 4 जून तक चलेगी. भारतीय उच्चायुक्त और गुयाना के राष्ट्रपति डॉ इरफान अली ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी भारतीय मूल की प्रजा के लिए एक सुखद अनुभूति है. इससे उनकी सांस्कृतिक यादें ताजा हो गयीं. उन्होंने अनुरोध किया कि ऐसी प्रदर्शनी गुयाना के अन्य स्थानों पर भी आयोजित हो. प्रदर्शनी में बिहार के प्रसिद्ध लोक कलाकारों को आमंत्रित कर एक कला शिविर का भी आयोजन किया गया. कला शिविर में आमंत्रित कलाकार पद्मश्री सम्मान, राष्ट्रीय सम्मान एवं राजकीय सम्मान से सम्मानित थे. बिहार से आए कुल 30 प्रतिष्ठित कलाकारों ने मधुबनी, मंजूषा, टिकुली, सुजनी, एप्लीक, टेराकाटा, पेपर-मेस से संबंधित अपनी कला-विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया. कलाकारों में अधिकतर महिलाओं को ही आमंत्रित किया गया था. बिहार संग्रहालय के प्रतिनिधि सदस्यों ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए गुयाना के विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया. इन भ्रमण स्थलों इंडियन अराइवल मॉन्यूमेंट, द इंडियन इमिग्रेशन मॉन्यूमेंट प्रमुख थे. इन जगहों के अनेक ऐसे ऐतिहासिक संदर्भ हैं जो गुयाना और भारत को जोड़ते हैं.
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