Samrat Choudhary Office: सम्राट चौधरी का ऑफिस पेपरलेस बनने जा रहा है. गृह विभाग अब कागजी फाइलों के बोझ से बाहर निकलने की तैयारी में है. विभाग के कामकाज को तेज, पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए इ-ऑफिस प्रणाली को जमीन पर उतारने की कवायद शुरू हो गयी है.
इसी कड़ी में गृह विभाग के पदाधिकारियों और कर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण अभियान चलाया जा रहा है, जो 24 दिसंबर तक चलेगा. प्रशिक्षण के प्रत्येक बैच में करीब 52 पदाधिकारी और कर्मी शामिल किये गये हैं, ताकि हर स्तर पर डिजिटल सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके.
क्यों जरूरत हो रही थी महसूस
सरकारी सूत्रों के अनुसार गृह विभाग में बड़ी संख्या में संवेदनशील और महत्वपूर्ण फाइलों का निपटारा होता है. कागजी प्रक्रिया के कारण फाइलों के अटकने, ट्रैकिंग में दिक्कत और निर्णय में देरी जैसी समस्याएं लगातार सामने आती रही हैं. इसी वजह से विभाग में पेपरलेस सिस्टम की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी. इ-आफिस के जरिए अब फाइलों की मूवमेंट ऑनलाइन होगी और हर स्तर पर कार्रवाई का रिकॉर्ड डिजिटल रूप से उपलब्ध रहेगा.
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पारदर्शी सिस्टम बनेगा
एसटीपीआइ डिजिटल लाइब्रेरी, बिस्कोमान टॉवर में चल रहे इस प्रशिक्षण में अधिकारियों को इ-आफिस के तकनीकी और व्यवहारिक पहलुओं की जानकारी दी जा रही है. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद विभागीय पत्राचार, नोटशीट, अनुमोदन और आदेश पूरी तरह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर होंगे.
इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि फाइलों के गुम होने या दबे रहने की आशंका भी खत्म होगी. इस बदलाव का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा. गृह विभाग से जुड़े लाइसेंस, स्वीकृति, प्रशासनिक आदेश और अन्य सेवाओं में देरी कम होगी. पारदर्शी सिस्टम से अनावश्यक हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी घटेगी.
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