संवाददाता, पटना : कदमकुआं थाने के राजेंद्रनगर राेड नंबर तीन स्थित अशाेका हाॅस्पिटल एंड ट्राॅमा सेंटर में भर्ती युवक दीपक पासवान की रविवार की सुबह माैत हाे गयी. इसके बाद परिजनाें ने अस्पताल में जम कर हंगामा किया व ताेड़फाेड़ की. उन्होंने वहां लगे टीवी समेत अन्य चीजाें काे ताेड़ दिया. डॉक्टर व स्टाफ मौके से फरार हो गये. 24 वर्षीय दीपक भाेजपुर के बिहिया थाने के सुदंरपुर बरजा का रहने वाला था. वह चार भाइयाें में तीसरे नंबर पर था और उसका सीआइएसएफ में चयन हाे चुका था. दीपक के पिता शंभुनाथ पासवान ओडिशा में रेलवे में मेकैनिक के पद पर तैनात हैं. इस मामले में कदमकुआं थाने में दो डॉक्टर समेत सात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पीएमसीएच में बेड नहीं मिलने पर दलाल ले गया था निजी अस्पताल
दीपक के बड़े भाई नंदलाल पासवान बगहा में एसएसबी के जवान हैं. नंदलाल ने बताया कि गांव में दीपक की शनिवार काे तबीयत खराब हाे गयी थी. उसे बार-बार उल्टी हाे रही थी. गांव से पीएमसीएच लेकर गये थे, पर वहां बेड खाली नहीं था. वहां पर एक दलाल मिला, जिसने एंबुलेंस से इस अस्पताल में लाकर एडमिट करा दिया. शनिवार काे जब लेकर आये, ताे अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि 24 घंटे में ठीक कर देंगे.यू-ट्यूब से देख इलाज करने का आरोप
नंदलाल का आराेप है कि दीपक का इलाज यू-ट्यूब देख कर किया जा रहा था. महिला सफाईकर्मी उसे इंजेक्शन लगा रही थी. कई बार उसकी तबीयत बिगड़ने की बात कहने पर भी काेई असर नहीं हुआ. डाॅक्टर नहीं थे और सुबह में दीपक ने दम ताेड़ दिया. हंगामा व ताेड़फाेड़ की सूचना मिलने के बाद कदमकुआं थाने की पुलिस माैके पर पहुंची और छानबीन की. टाउन डीएसपी दीक्षा ने बताया कि शंभुनाथ के लिखित बयान पर अस्पताल के डाॅ प्रमाेद कुमार सिंह, डाॅ उदय कुमार, सलाहउद्दीन, सुनील, अनिल, पिंकी देवी, प्रियानिशु प्रिया पर केस दर्ज किया गया. पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है. शव काे पाेस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

