Purnea Airport News: बिहार के सीमांचल इलाके के लोगों के लिए खुशखबरी है. अब उन्हें हवाई यात्रा के लिए पटना या बागडोगरा नहीं जाना पड़ेगा. 15 सितंबर से पूर्णिया एयरपोर्ट से नियमित हवाई सेवा शुरू होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे. पहले दिन स्टार एयरलाइंस की अहमदाबाद-पूर्णिया-अहमदाबाद उड़ान शुरू होगी, जल्द ही दिल्ली और कोलकाता के लिए भी फ्लाइट्स मिलने लगेंगी.
92 साल बाद फिर से उड़ान भरने को तैयार है पूर्णिया
पूर्णिया, जो देश के प्राचीनतम जिलों में शुमार है, 92 वर्षों के बाद फिर उड़ान भरने जा रहा है. इतिहास में पहली बार 1933 में इस शहर से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने के लिए विमान ने उड़ान भरी थी. चार अप्रैल 1933 को अंग्रेजों ने पूर्णिया शहर से नौ मील पूर्व स्थित लाल बालू से माउंट एवरेस्ट के लिए उड़ान भरी थी. उस समय जहाज को उड़ता देख हजारों लोग लाल बालू में जमा हो गए थे.
अब लगभग एक शताब्दी बाद पूर्णिया के लोग अपने शहर से हवाई सेवा का आनंद लेने वाले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे, जो सीमांचल, कोसी और पूर्वी बिहार के लोगों के लिए कनेक्टिविटी का नया अध्याय खोलने जा रहा है.
पहली फ्लाइट का टाइम-टेबल
15 सितंबर को स्टार एयरलाइंस की पहली फ्लाइट अहमदाबाद से पूर्णिया पहुंचेगी.
अहमदाबाद से उड़ान : 12:15 बजे
पूर्णिया आगमन : 14:45 बजे
पूर्णिया से प्रस्थान : 15:15 बजे
अहमदाबाद पहुंचना : 17:45 बजे
बुकिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और यात्रियों में उत्साह का माहौल है.
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 सितंबर को पूर्णिया आएंगे. इसी दिन एयरपोर्ट की नए टर्मिनल बिल्डिंग के शिलान्यास की भी संभावना है. यह कार्यक्रम सीमांचल क्षेत्र के लिए बड़ा राजनीतिक और विकासात्मक संदेश माना जा रहा है.
कंपनियों की दिलचस्पी
इंडिगो, स्टार, एयर इंडिया और स्पाइसजेट जैसी बड़ी एयरलाइंस पहले ही पूर्णिया एयरपोर्ट का सर्वे कर चुकी हैं. संभावना है कि सितंबर के अंत तक इन कंपनियों की भी उड़ानें शुरू हो जाएंगी. इससे पूर्णिया से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे बड़े शहरों की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी.
एयरपोर्ट तैयारियों का अंतिम चरण
फिलहाल पूर्णिया एयरपोर्ट पर पोर्टा केबिन बनाने और सड़क निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. 5 सितंबर तक काम हैंडओवर होना था, लेकिन अनुमान है कि इसे पूरा करने में पांच दिन और लग जाएंगे. एयरपोर्ट पर यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखकर आवश्यक ढांचा तैयार किया जा रहा है.
आंदोलन का नतीजा है यह सौगात
पूर्णिया एयरपोर्ट का सपना यूं ही पूरा नहीं हुआ. इसके पीछे वर्षों का संघर्ष है. एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया आंदोलन के संयोजक विजय श्रीवास्तव पिछले कई सालों से भूख हड़ताल और पत्राचार के जरिए इस मांग को जिंदा रखे हुए थे. उन्होंने कहा कि पूर्णिया जिले को डबल इंजन की एनडीए सरकार ने अब तक की सबसे बड़ी सौगात दी है.
सीमांचल के विकास का नया अध्याय
पूर्णिया एयरपोर्ट केवल हवाई सफर का साधन नहीं, बल्कि सीमांचल की विकास यात्रा का अहम पड़ाव है. लंबे समय से पिछड़ेपन और पलायन का सामना करने वाले इस क्षेत्र को अब नई पहचान मिलेगी. विशेषज्ञों का कहना है कि हवाई कनेक्टिविटी से यहां निवेश के अवसर भी बढ़ेंगे और रोज़गार के नए दरवाजे खुलेंगे.
Also Read: Bihar News: बिहार में रेरा अधिनियम का पालन अनिवार्य,नियम तोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई

