Patna Water Metro : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के भावनगर से वर्चुअल माध्यम से पटना के कुर्जी में जलमार्ग विकास परियोजना की नींव रखी.
अब बिहार में 415 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले जहाज मरम्मत केंद्र और जलमार्ग को सशक्त बनाने की योजना न केवल राज्य की परिवहन व्यवस्था में क्रांति लाएगी, बल्कि इसे प्रदूषण मुक्त और किफायती भी बनाएगी.
जहाज मरम्मत केंद्र से मिलेगा बड़ा लाभ
पटना के कुर्जी इलाके में राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई जमीन पर जहाज मरम्मत सुविधा का निर्माण होगा. इस पर 415 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके बनने से जहाजों के रखरखाव और मरम्मत की समस्या दूर होगी और गंगा में जल परिवहन को मजबूती मिलेगी. अब तक बिहार में इस तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी, जिसके कारण जहाजों को अन्य राज्यों में भेजना पड़ता था.
जलमार्ग से आवाजाही न केवल सस्ती होगी, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित होगी. उन्होंने कहा कि सड़क, जल और हवाई मार्ग की कनेक्टिविटी बिहार के विकास को नई दिशा देगी.
जल मेट्रो का सपना साकार
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और बिहार सरकार के बीच शहरी जल मेट्रो परियोजना को लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए. 908 करोड़ रुपये के इस करार के तहत दीघा से कंगन घाट तक वाटर मेट्रो सेवा शुरू करने की योजना है.
लगभग 21 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह सेवा राजधानी वासियों को एक नया और प्रदूषण मुक्त विकल्प देगी. अधिकारियों का कहना है कि गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार भी इस सेवा का लाभ उठा सकें, इसके लिए किराए को किफायती रखने की कोशिश होगी.
दीघा और कंगन घाट पर बनेगा क्रूज टर्मिनल
निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि इनका निर्माण अगले दो वर्षों में पूरा करने की योजना है. इसके बन जाने से पटना गंगा पर्यटन का बड़ा केंद्र बन सकता है. इसके साथ ही पीपा पुल के बीच स्वचालित जहाजनुमा सिस्टम भी लगाया जाएगा, जो जहाजों के गुजरने के समय स्वतः खुल जाएगा और फिर बंद हो जाएगा. यह व्यवस्था न केवल आधुनिक होगी बल्कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनेगी.
परियोजना का पहला चरण पहले ही आंशिक रूप से पूरा हो चुका है. सोनपुर के कालूघाट टर्मिनल का निर्माण पूरा हो गया है. अब जल्द ही दीघा घाट से कंगन घाट के बीच वाटर मेट्रो का संचालन शुरू होने की उम्मीद है. इसके शुरू होने से राजधानी के लोगों को सड़क जाम से निजात मिलेगी और यात्रा का एक सुरक्षित, तेज और सस्ता विकल्प मिलेगा.
आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व
कार्यक्रम में शामिल दीघा विधायक संजीव चौरसिया ने कहा कि प्रधानमंत्री की “समुद्र से समृद्धि” की सोच अब बिहार में भी असर दिखा रही है. गंगा जलमार्ग पर शिप मरम्मत केंद्र, क्रूज टर्मिनल और जल मेट्रो जैसी सुविधाओं से पटना को नई पहचान मिलेगी. यह न केवल आर्थिक विकास को गति देगा, बल्कि गंगा की सांस्कृतिक धरोहर को भी आधुनिक स्वरूप में दुनिया के सामने लाएगा.
पटना में जलमार्ग परियोजना से न केवल परिवहन व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे. जहाज मरम्मत केंद्र, क्रूज टर्मिनल और वाटर मेट्रो सेवाओं से जुड़े कार्यों में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा. साथ ही व्यापार और पर्यटन को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा.
गंगा से जुड़े सपनों की ओर
शिप मरम्मत केंद्र और जलमार्ग विकास से पटना एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है. जहाजों का संचालन और जल मेट्रो जैसी योजनाएं विकास का प्रतीक हैं. यह परियोजना राजधानी को प्रदूषण मुक्त, आधुनिक और समृद्ध बनाने की दिशा में बड़ा कदम है.
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