राजदेव पांडेय/ Make in Bihar: बिहार बेस्ड एक स्टार्टअप हाइप्रो-टेक सेना में आपूर्ति के मकसद से सुसाइड ड्रोन तैयार कर रही है, इस दिशा में यह स्टार्टअप कंपनी भारतीय सेना बातचीत कर रही है. बातचीत सकारात्मक रही है. अगर सेना ने ड्रोन की मारक क्षमता को अपनी आवश्यकता के अनुरूप माना, तो इसका उत्पादन सेना के लिए किया जायेगा. इस आशय का दावा हाइप्रो-टेक कंपनी के फाउंडर अभिषेक कुमार ने किया है. ड्रोन का नाम (केएएमएकेएजेडआई /कामाकाजी) है.
खास जरूरत के लिए तैयार किया जा रहा ड्रोन
प्रभात खबर को उन्होंने विशेष बातचीत में बताया कि रक्षा क्षेत्र की रणनीतिक नजरिये से इसे बारे में ज्यादा नहीं कहा जा सकता है. लिहाज से अभिषेक कुमार ने बताया कि हमने बिहार की एसटीएफ को भी उसकी एक खास जरूरत के लिए ड्रोन तैयार किया है. उन्होंने दावा किया कि मॉडल बिहार एसटीएफ ने पास किया है. आपूर्ति के लिए अंतिम दौर की बातचीत चल रही है. खास बात है कि इस ड्रोन का मॉडल लांच कर दिया गया है. हाइप्रो टेक स्टार्ट अप पटना में फ्रेजर रोड स्थित बीएफएससी बिल्डिंग में संचालित है.
बिहार में 26 प्रकार से अधिक स्टार्टअप कर रहा काम
फिलहाल बिहार में स्टार्टअप तेजी से राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाने के लिए प्रयत्नशील हैं. फिलहाल स्टार्ट अप के जरिये बिहार में औद्योगिकीकरण की नयी राह खुली है. ड्रोन टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी और आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अच्छे खास स्टार्ट अप सामने आये हैं. इन क्षेत्रों में क्रमश: 14, 7 और 21 स्टार्ट अप राज्य में पंजीबद्ध किये गये हैं. फिलहाल बिहार में 26 प्रकार से अधिक के क्षेत्र में स्टार्ट अप काम कर रहे हैं.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार…
आधिकारिक जानकारी के अनुसार एग्रीकल्चर और ई कॉमर्स के क्षेत्र में 136-136, आईटी / आईटीइएस में 128, एजु-टेक में 122, फूड प्रोसेसिंग में 120, हेल्थ केयर में 119, इन्वायरमेंट एंड वेस्ट मैनेजमेंट में 65, फैशन एंड अपैरल्स में 63, कंस्ट्रक्शन / आर्किटेक्चर / प्रोपटेक और मीडिया एंड एंटरटेनमेंट में 45-45, आर्ट एंड हैंडीक्राफ्ट में 36, ऑटोमोबाइल सेक्टर में 33, आईटी / आईसीटी में 26, मैन्युफेक्चरिंग / इंडस्ट्रियल ऑटोमोशन में 24, फाइनेंस एंड एलाइड सेक्टर्स में 20, इ व्हीकल में 18, एनर्जी में 16, एचआर सर्विस में 13, अर्बन ट्रांसपोर्टेशन में 10, पैकेजिंग एंड लॉजिस्टिक और ट्रेवल एंड टूरिज्म में सात-सात, एआर / वीआर और ट्रेव / टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी में पांच स्टार्ट अप्स पंजीकृत हैं. इसके अलावा 281 अन्य स्टार्ट अप और पंजीबद्ध किये गये हैं. बिहार में कुल 1522 स्टार्ट अप पंजीबद्ध हैं. इसमें महिला स्टार्टअप की संख्या 226 है.