– पांच वर्षों में 2204 दुकानों की लाइसेंस रद्द, 883 के खिलाफ प्राथमिकी उर्वरकों की बिक्री में गड़बड़ी का मामला संवाददाता, पटना उर्वरकों की बिक्री में गड़बड़ी पाये जाने पर 268 उर्वरक दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है, जबकि 49 दुकानदारों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. कृषि विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान उर्वरक की इन दुकानों में गड़बड़ियां पकड़ी थीं. उर्वरकों की कालाबाजारी और अधिक दाम में खाद बेचते हुए इन दुकानों को पकड़ा गया था. वहीं, वर्ष 2020-21 से 2024-25 के बीच 2204 उर्वरक दुकानों की लाइसेंस गड़बड़ी में पकड़ी गयी है, जबकि 883 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सबसे अधिक लाइसेंस वर्ष 2022-23 में रद्द की गयी थी. इस साल 725 दुकानों की लाइसेंस रद्द की गयी थी. पुआल जलाने वाले 162 किसान योजना से वंचित किये गये खेतों में पुआल (फसल अवशेष) जलाने वाले 168 किसाना डीबीटी पंजीकरण रद्द कर दिया गया है. इन किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा, जबकि बीते पांच वर्षों में 14631 किसानों को फसल अवशेष जलाने के आरोप में योजनाओं का लाभ पाने से वंचित कर दिया गया है.
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