New Highway in Bihar: बिहार के साहेबगंज-अरेराज-बेतिया (एनएच-1 डब्ल्यू) खंड को हाइब्रिड एन्युइटी मोड पर चार लेन ग्रीनफील्ड हाइवे के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है. केंद्र सरकार ने बुधवार को इसे मंजूरी प्रदान की है. इस योजना पर तीन हजार 822 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
एक घंटे में पूरा होगा साहेबगंज से बेतिया का सफर
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 78.94 किमी लंबा यह हाईवे पटना को बेतिया से जोड़ेगा. इसके अलावा वैशाली, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण जैसे जिलों को मजबूत कनेक्टिविटी देगा. इस निर्माण के पूरा होने के बाद साहेबगंज से बेतिया का सफर ढ़ांई के बदले सिर्फ एक घंटे में पूरा हो जाएगा.
धार्मिक केंद्रों तक आसान होगा सफर
इसके लिए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि यह परियोजना सात पीएम गति शक्ति आर्थिक नोड्स, छह सामाजिक नोड्स, आठ लाजिस्टिक नोड्स व नौ प्रमुख पर्यटन व धार्मिक केंद्रों को जोड़ेगी.
पर्यटन को मिलेगी नई शक्ति
बता दें कि केसरिया बुद्ध स्तूप (साहेबगंज), सोमेश्वरनाथ मंदिर (अरेराज), जैन मंदिर व विश्व शांति स्तूप (वैशाली) और पटना स्थित महावीर मंदिर जैसे धरोहर स्थलों तक पहुंच सुगम होगी. साथ ही बौद्ध सर्किट और बिहार की अंतरराष्ट्रीय पर्यटन क्षमता को नई शक्ति प्रदान होगी.
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कई रास्तों पर दबाव होगा कम
एनएच-1 डब्ल्यू के निर्माण का मूल उद्देश्य है उन वैकल्पिक मार्गों पर दबाव कम करना, जो आज भीड़भाड़ और संरचनात्मक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. यह एनएच-31,722, 727, 27 और एनएच-227 ए से एक महत्त्वपूर्ण लिंक के रूप में काम करेगा. बता दें कि बिहार में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है.
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