Bihar News: पटना. बिहार सरकार ने बृहस्पतिवार को बिहार के ग्रामीण सड़कों के कायाकल्प का आंकड़ा जारी करते हुए कई बड़े दावे किए हैं. सरकार का दावा है कि बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति-2018 में सरकार ने जो लक्ष्य रखा था अब वो उसके बेहद करीब पहुंच गए हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बिहार में अब तक कुल 36,894 किलोमीटर से अधिक ग्रामीण सड़कों को सुधारा जा चुका है. इनमें कुल 15,169 सड़के हैं.
बिहार की 36 हजार किमी से ज्यादा सड़कें सुधारने में पैसे कितने खर्च हुए
सरकार की ओर से जारी किए गए प्रेस रिलीज में ऐसा दावा किया गया कि सड़कों को बनाने में कुल 20,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए. ग्रामीण सड़कें अब किसानों को उनकी उपज बाजार तक जल्द पहुंचाने में मदद कर रही हैं और बच्चों-महिलाओं के लिए दैनिक यात्रा सुरक्षित बनी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में यह योजना बिहार के ग्रामीण विकास का आधार बन रही है. हाल ही में 2024-25 में 14,036 सड़कों (24,480 किमी) और 2025-26 में 4,079 सड़कों (6,484 किमी) को मंजूरी मिली, जिससे कुल 30,000 किमी से अधिक सड़कें तैयार हो रही हैं.
बिहार की ग्रामीण सड़कों के सरकारी आंकड़े एक नजर में
- पूर्वी चंपारण : चयनित 957 सड़कों में से 909 (2,389 किमी) की मरम्मत
- मुजफ्फरपुर : 718 सड़कों में 664 (1,703 किमी) तैयार
- पश्चिम चंपारण : 617 सड़कों में 598 (1,996 किमी) का काम हो गया
- सारण : 1,589 किमी सुधरी
- समस्तीपुर 1,405 किमी सुधरी
- गया : 1,382 किमी सुधरी
- वैशाली : 1,359 किमी सुधरी
सरकार का दावा है कि नई सड़कों से 800 करोड़ रुपये की बचत हुई और स्थानीय ठेकेदारों को प्राथमिकता मिली.

