Bihar News: वैसे तो भारत एक कृषि प्रधान देश है और ऐसे में यहां कई तरह की कृषि होती है. हालांकि अब लोग कृषि को एक व्यवसाय के रूप में भी करने लगे हैं. इस कड़ी में अब लोग पुरानी खेती को छोड़कर नए खेती की तरफ रुख कर रहे हैं. खासकर कृषि में नए-नए तरह के प्रयोग भी किए जा रहे हैं. इस कड़ी में बिहार कृषि विश्वविद्यालय लगातार नए तरह के कृषि की तरफ रुख कर रही है. ऐसे में किसानों को सिंदूर की खेती की तरफ अत्यधिक जागरूक किया जा रहा है. इस कड़ी में अगर आप भी सिंदूर की खेती करना चाहते हैं तो बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा सिंदूर के बागान को भी तैयार किया गया है.
यूनिवर्सिटी में करें संपर्क
अगर आप भी इसकी खेती करना चाहते हैं और आपको पौधा लगाना है तो यहां संपर्क कर ले सकते हैं. वहीं आपको किस प्रकार खेती करना है, किस किस्म का पौधा लगाना चाहिए ये सारी जानकारी भी विश्वविद्यालय के द्वारा आपको दी जाएगी. सिर्फ इतना ही नहीं इसे लगाने के बाद इसका देखभाल करने के लिए भी वैज्ञानिक आपकी मदद करेंगे.
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सिंदूर से मिलेगा भरपूर मुनाफा
आपको बता दें कि सबौर के द्वारा बिक्सा ओरीयाना नामक पौधे से प्राकृतिक और जैविक सिंदूर उत्पादन किया जा रहा है. यह एक तरह की ऐसी प्रजाति है जिससे सिंदूर और लिपिस्टिक दोनों तैयार किया जाता है. सिंदूर की खेती के दो फायदे हैं. एक तो यह कि इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा और दूसरा लोगों को पूरी तरह से प्राकृतिक सिंदूर मिलेगा. इतना ही नहीं इससे खाने वाले रंग भी तैयार किये जा सकेंगे. इसलिए यह बहुत मुनाफेदायक है. आप इसको कॉमर्शियल रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आप चाहें तो खेत के मेड़ पर या पूरा बागान लगाकर इसकी खेती कर सकते हैं.
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