Pitru Paksha Mela 2025: बिहार के गया में पितृपक्ष मेला की तैयारियां इन दिनों जोरों पर है. इस कड़ी में मगध प्रमंडल की आयुक्त सफीना एएन और आईजी ने विष्णुपद, संवास सदन, कंट्रोल रूम, देवघाट, गजाधर घाट और गयाजी डैम का निरीक्षण किया. पितृपक्ष मेला 6 सितंबर से शुरू होने वाला है और इसको लेकर प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती भीड़ प्रबंधन की है. हर साल पितृपक्ष के 15 दिनों में काफी बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गया आते हैं. इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन लगातार बैठकें करने में जुटे हैं.
दो पालियों में कंट्रोल रूम स्थापित
मिली जानकारी के अनुसार विष्णुपद संवास सदन में दो पालियों में कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है. तीर्थयात्रियों को यहां मेले से जुड़ी तमाम जानकारी मिलेगी. इसके अलावा यहां खोया-पाया सेल भी बनाया गया है. वहीं, दिव्यांग तीर्थयात्रियों के लिए व्हीलचेयर की पर्याप्त सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी.
एक साथ बैठकर तर्पण कर सकेंगे हजारों तीर्थयात्री
बता दें कि यहां देवघाट पर एक बड़े स्थायी पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. बताया गया है कि इसमें हजारों तीर्थयात्री एक साथ बैठकर तर्पण कर सकेंगे. प्रशासन आवास स्थलों की सफाई, वेदी स्थलों की साफ-सफाई, ट्रैफिक प्लान और वाहन पार्किंग पर विशेष ध्यान दे रहा है. इसके अलावा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हिए रिंग बस और ई-रिक्शा की भी व्यवस्था की गई है. मगध आयुक्त ने गया के निवासियों से मेले को सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की है.
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मिलेंगी ये सुविधाएं
बता दें कि इस बार पितृपक्ष मेले की शुरूआत 6 सितंबर से होगी जो कि 21 सितंबर तक चलेगी. मेले में सभी वेदी स्थलों पर साफ-सफाई, पेयजल, पर्याप्त शौचालय, चेंजिंग रूम और रोशनी की व्यवस्था रहेगी. ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. यात्रियों को कोई परेशानी ना हो, इसका खास इंतजाम किया जा रहा है.
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