Bihar Flood Alert: बिहार के सीमांचल इलाके में बाढ़ का असर दिनों-दिन भयावह होता जा रहा है. गंगा और कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से कटिहार, पूर्णिया और रूपौली प्रखंड के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. घरों में पानी घुसने से सैकड़ों परिवार ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं, जबकि कई लोग अब भी भगवान भरोसे डूबते घरों में रह रहे हैं.
रूपौली में बुढ़िया धार टोला से लेकर दर्जनों गांव पानी में डूबे
रूपौली प्रखंड के कोयली सिमरा पश्चिम पंचायत के बुढ़िया धार टोला, बघवा बासा, सहुरा दियरा और बिंदटोली समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घरों और खेतों में भर गया है. धान और मक्के की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. ग्रामीणों का कहना है कि अब तक सरकारी मदद नहीं पहुंची, न राहत शिविर, न पशुओं के लिए चारा.
कटिहार में गांवों की नाकेबंदी, नाव ही एकमात्र सहारा
कटिहार और आसपास के क्षेत्रों में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 69 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. कीर्ति टोला, झब्बू टोला, युसूफ टोला, नगर पंचायत अमदाबाद और मुरली राम टोला जैसे गांव चारों ओर से पानी से घिर चुके हैं. आने-जाने के लिए सिर्फ नाव का सहारा है, लेकिन स्थानीय नाविक मनमाना किराया वसूल रहे हैं.
रूपौली के प्राथमिक विद्यालय बलुआ, सिंघिया समेत कई स्कूलों में बाढ़ का पानी भर गया है. सड़कों पर बहते पानी के कारण बच्चों का स्कूल आना-जाना बंद हो गया है. शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी संपर्क में नहीं आ रहे, जिससे स्थिति और गंभीर होती जा रही है.
ग्रामीणों में डर और नाराजगी
स्थानीय लोग प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया और राहत सामग्री की कमी से नाराज हैं. कई गांवों में रातभर फोन करने के बावजूद बचाव टीम नहीं पहुंची. ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ हर साल आती है, लेकिन सरकार की तैयारी हर साल नदारद रहती है.
Bihar Flood Alert: विशाखापट्टनम से बिहार में गांजा की सप्लाई का बड़ा खुलासा, ओडिशा का तस्कर पटना में गिरफ्तार

